सोलर पैनल के लिए नही लगाना पड़ेगा मीटर, बिजली कंपनी ने किया बड़ा ऐलान Solar Panels Meter

Shivam Sharma
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Solar Panels Meter: सोलर पैनल लगवाने वाले उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है. जिन घरों में सोलर पैनल लगे हैं, वहां अब अलग से मीटर लगवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बिजली कंपनियां अब नेट मीटर लगा रही हैं, जो एक ही मीटर से पूरी बिजली की गणना करेगा. यह कदम न केवल सोलर पैनल उपभोक्ताओं के लिए सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि बिजली के उपयोग और उत्पादन की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाएगा.

क्या है नेट मीटर और यह कैसे काम करता है?

नेट मीटर एक ऐसा उपकरण है, जो सोलर पैनल द्वारा उत्पादित बिजली और उपभोक्ता द्वारा उपयोग की गई बिजली की पूरी जानकारी देता है.

  • यह मीटर सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली और ग्रिड से ली गई बिजली का गुणा-भाग करता है.
  • मीटर में अपलोड किया गया नया सॉफ्टवेयर यह तय करेगा कि उपभोक्ता ने ग्रिड से कितनी बिजली ली और सोलर पैनल से कितनी बिजली उत्पन्न की.
  • इस प्रक्रिया से उपभोक्ताओं को बिजली के उपयोग और बचत की सही जानकारी मिलेगी.

अलग मीटर की जरूरत नहीं

महाप्रबंधक नितिन मांगलिक के अनुसार, अब वेंडर को सोलर पैनल के लिए अलग से मीटर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी.

  • नेट मीटर में एक ही उपकरण से सभी आंकड़े मिल जाएंगे.
  • पहले उपभोक्ताओं को अलग-अलग मीटर से गणना करनी पड़ती थी, जिससे प्रक्रिया जटिल हो जाती थी.
  • इस नई प्रणाली से उपभोक्ताओं को सटीक और आसान डेटा मिलेगा.

500 नेट मीटर की डिमांड पूरी होने की तैयारी

बिजली कंपनियों ने अब तक 500 नेट मीटर की डिमांड भेजी है.

  • इन मीटरों में नया सॉफ्टवेयर अपलोड करने के बाद उपभोक्ताओं के घरों में इसे लगाया जाएगा.
  • नए सोलर पैनल कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं के घरों में भी अब नेट मीटर ही लगाए जाएंगे.
  • इस कदम से सोलर पैनल उपभोक्ताओं को बिजली उपयोग का बेहतर अनुभव मिलेगा.

सोलर पैनल का बढ़ता उपयोग: 3500 छतों पर पैनल स्थापित

शहर में अब तक 3500 से अधिक छतों पर सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं.

  • इन पैनलों से बिजली का उत्पादन हो रहा है, जो न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि बिजली के बिलों में भी बचत करता है.
  • सोलर पैनल का बढ़ता उपयोग इस बात का संकेत है कि लोग अब ग्रीन एनर्जी की ओर ध्यान दे रहे हैं.
  • नेट मीटर जैसी तकनीक इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो उपभोक्ताओं के अनुभव को और बेहतर बनाएगी.

उपभोक्ताओं को कैसे होगा फायदा?

  • सटीक डेटा:
    उपभोक्ताओं को सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न बिजली और उनकी खपत की सटीक जानकारी मिलेगी.
  • बचत:
    नेट मीटर से यह तय होगा कि उपभोक्ता ने कितनी बिजली ग्रिड से ली है. जिससे उनके बिजली बिल में बचत होगी.
  • सुविधा:
    अलग-अलग मीटर की जगह एक ही मीटर से सभी आंकड़े मिल जाएंगे. जिससे प्रक्रिया आसान होगी.
  • पर्यावरण के अनुकूल:
    सोलर पैनल का उपयोग बढ़ने से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा. जिससे पर्यावरण को भी लाभ होगा.

नए उपभोक्ताओं के लिए क्या है योजना?

बिजली कंपनी ने यह तय किया है कि जो भी उपभोक्ता अब सोलर पैनल का नया कनेक्शन लेंगे. उनके घरों में शुरुआत से ही नेट मीटर लगाए जाएंगे.

  • इससे उपभोक्ताओं को शुरुआत से ही बेहतर कनेक्टिविटी और डेटा की सुविधा मिलेगी.
  • सोलर पैनल लगाने वाले नए उपभोक्ताओं के लिए यह कदम एक प्रोत्साहन का काम करेगा.

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम

सोलर पैनल का बढ़ता उपयोग न केवल उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से लाभ पहुंचा रहा है. बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है.

  • ग्रीन एनर्जी का उपयोग:
    सोलर पैनल से उत्पादित बिजली पर्यावरण के लिए अनुकूल है.
  • कार्बन उत्सर्जन में कमी:
    सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न करने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी. जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा.

सोलर पैनल लगाने के लिए क्या करें?

  • नजदीकी वेंडर से संपर्क करें:
    सोलर पैनल लगाने के लिए किसी अधिकृत वेंडर से संपर्क करें.
  • नेट मीटर की सुविधा लें:
    सोलर पैनल लगवाते समय नेट मीटर की सुविधा के बारे में जानकारी प्राप्त करें.
  • सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाएं:
    सोलर पैनल लगाने पर सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ लें.
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