HISAR AIRPORT NOC: हरियाणा के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. महाराजा अग्रसेन हिसार एयरपोर्ट के संचालन को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) दे दिया है. अब इस एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले डेढ़ महीने में लाइसेंस जारी हो सकता है. इसके बाद यहां से वाणिज्यिक उड़ानें संचालित करने के लिए डीजीसीए (DGCA) में नए सिरे से आवेदन किया जाएगा.
पैसेंजर टर्मिनल के लिए 503 करोड़ का टेंडर
हिसार एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में तेजी आई है. यहां पैसेंजर टर्मिनल के लिए 503 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है. इसके बाद टर्मिनल का ग्राउंड वर्क भी शुरू हो गया है. इस टर्मिनल का निर्माण पूरा होने के बाद यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी. इसके अलावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रोजेक्ट ऑफिस भी तैयार कर लिया है, जहां से एयरपोर्ट के संचालन से जुड़ी सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. वहीं हिसार एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा पुलिस के जवानों को सौंपी गई है.
हरियाणा सरकार और एलायंस एयर के बीच समझौता
हिसार एयरपोर्ट से शुरुआत में 5 राज्यों के लिए हवाई सेवा शुरू की जाएगी. इसके लिए हरियाणा सरकार ने एलायंस एयर (Alliance Air) के साथ समझौता किया है. यह समझौता क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCS) के तहत हुआ है, जिससे छोटे शहरों को भी हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा. इससे यात्रियों को हवाई सफर की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और राज्य के व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा.
70 सीटर उड़ानों से शुरू होगी सेवा
शुरुआती चरण में 70 सीटर विमान हिसार एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे. ये उड़ानें अयोध्या, जम्मू, जयपुर, दिल्ली और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों के लिए संचालित होंगी. हालांकि अगर यात्रियों की संख्या कम रहती है, तो उड़ानों की क्षमता को घटाकर 40 सीटर विमान तक सीमित कर दिया जाएगा. इस मामले को लेकर 2 जनवरी को नागरिक उड्डयन विभाग के सलाहकार नरहरि सिंह बांगर ने एयरपोर्ट का दौरा भी किया था.
पैसेंजर टर्मिनल का निर्माण कार्य जारी
हिसार एयरपोर्ट के पैसेंजर टर्मिनल का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. इस टर्मिनल का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देना है. 503 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह टर्मिनल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. यहां पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC), चेक-इन काउंटर, सिक्योरिटी चेक, वेटिंग एरिया और अन्य यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इस एयरपोर्ट को व्यावसायिक और कार्गो हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है. जिससे भविष्य में एयर कार्गो सेवाओं को भी जोड़ा जा सके.
एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा पुलिस को मिली
आमतौर पर, देश के बड़े एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंपी जाती है. लेकिन हिसार एयरपोर्ट की सुरक्षा हरियाणा पुलिस को दी गई है. इसका मतलब है कि एयरपोर्ट के सुरक्षा प्रबंधन को राज्य पुलिस बल संभालेगा और किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेगा. हालांकि, भविष्य में जब एयरपोर्ट का विस्तार होगा और यात्री संख्या बढ़ेगी, तो CISF की तैनाती पर भी विचार किया जा सकता है.
नाइट लैंडिंग की अनुमति मांगी गई
हिसार एयरपोर्ट को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग ने नाइट लैंडिंग की अनुमति मांगी है. अगर इसे मंजूरी मिलती है, तो यहां रात में भी उड़ानें संचालित की जा सकेंगी. यह सुविधा यात्रियों के लिए बहुत फायदेमंद होगी. क्योंकि इससे उनकी यात्रा योजनाओं में ज्यादा लचीलापन आएगा.
हरियाणा के लिए नए विकास का संकेत
हिसार एयरपोर्ट का निर्माण और संचालन हरियाणा के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. इससे न सिर्फ यात्रियों को हवाई यात्रा की बेहतर सुविधा मिलेगी. बल्कि राज्य के औद्योगिक और पर्यटन क्षेत्रों को भी बढ़ावा मिलेगा. इस एयरपोर्ट के शुरू होने से व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी, निवेश आकर्षित होगा और नए रोजगार के अवसर भी बनेंगे. साथ ही हिसार और आसपास के क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूती मिलेगी.