Old Gurugram metro: गुरुग्राम में नये मेट्रो प्रोजेक्ट की शुरुआत हो चुकी है, जिससे शहर के पुराने हिस्से में यात्रा करना अधिक सुविधाजनक होगा। इस प्रोजेक्ट की तैयारी के लिए यातायात पुलिस ने विशेष योजनाएँ बनाई हैं ताकि निर्माण के दौरान ट्रैफिक जाम से निपटा जा सके। बेरिकेडिंग वाले क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि यातायात को आसानी से दूसरे मार्ग पर ले जा सके।
यातायात प्रबंधन की संपूर्ण योजना
गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL), गुरुग्राम मेट्रो डिवेलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) और गुरुग्राम पुलिस ने संयुक्त रूप से बैठक की है, जिसमें 1 मई से जमीनी स्तर पर काम शुरू करने पर चर्चा की गई। इस परियोजना से शहर की ट्रैफिक समस्याओं का समाधान खोजने में मदद मिलेगी।
ट्रैफिक दबाव और चुनौतियां
गुरुग्राम के कुछ हिस्सों, विशेषकर हीरो होंडा चौक से रेलवे स्टेशन के बीच, में ट्रैफिक दबाव अधिक है। इन क्षेत्रों में सेक्टर-34, सेक्टर-37, बसई, और कादीपुर इंडस्ट्रियल एरिया शामिल हैं। मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण के दौरान इन भीड़भाड़ वाले इलाकों में बेरिकेडिंग के कारण ट्रैफिक दबाव और बढ़ सकता है।
निर्माण और ट्रैफिक प्रबंधन
निर्माण कार्य के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन की योजना को मजबूती से लागू करने के लिए गुरुग्राम पुलिस और GMRL ने मिलकर काम किया है। जिन स्थानों पर बेरिकेडिंग होगी, वहां पुलिसकर्मी ट्रैफिक को तुरंत दूसरे मार्ग पर भेजने के लिए तैयार रहेंगे।