इस कंपनी ने दूध की कीमतों में की बढ़ोतरी, प्रति लीटर इतने रुपए महंगा हुआ दूध Milk Price Hike

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Milk Price Hike: यदि आप बच्चों के लिए पराग का दूध खरीदते हैं, तो अब आपको जेब थोड़ी और ढीली करनी पड़ेगी. पराग डेयरी ने दूध के दामों में एक रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है. शनिवार से यह बदलाव लागू हो गया है. अब 65 रुपये प्रति लीटर मिलने वाला दूध का पैक 66 रुपये में समिति को मिलेगा. जबकि उपभोक्ताओं को यह 69 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाएगा.

हरियाणा और मुरादाबाद के केंद्रों से होता है दूध का वितरण

जनपद में पराग डेयरी के कुल पांच स्टॉल हैं, जिनमें चार अमरोहा में और एक गजरौला में स्थित है. इन केंद्रों पर पहले 65 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से दूध उपलब्ध था. लेकिन अब इसके दाम बढ़ने के बाद उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी होगी. डेयरी के अधिकारियों का कहना है कि दूध की कमी और उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण यह फैसला लिया गया है.

अचानक बढ़े दामों से उपभोक्ताओं में नाराजगी

दूध के दामों में अचानक हुई वृद्धि ने उपभोक्ताओं को हैरान कर दिया है. जहां पहले से ही महंगाई का बोझ झेल रहे उपभोक्ताओं को सस्ता और पौष्टिक आहार मिलना मुश्किल हो रहा था. वहीं दूध के दामों में बढ़ोतरी ने उनकी चिंता और बढ़ा दी है.

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बिचौलियों के जाल में फंसे पशुपालक

दूध की बढ़ती कीमतों के पीछे एक बड़ी समस्या यह भी है कि गांवों में पशुपालक बिचौलियों के जाल में फंसे हुए हैं. ये बिचौलिये गांवों से सस्ते दाम पर दूध खरीदते हैं और शहरों में इसे महंगे दाम पर बेचते हैं.

  • गांव में भैंस का दूध 45 रुपये प्रति लीटर खरीदा जाता है, जबकि गाय का दूध 25-30 रुपये प्रति लीटर.
  • वहीं, शहरों में भैंस का दूध 60 रुपये और गाय का दूध 55 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है.

पशुपालक अमर सिंह ने बताया कि बिचौलियों के कारण उन्हें उनके दूध का सही मूल्य नहीं मिल पाता, जिससे उनकी मेहनत का पूरा लाभ वे नहीं उठा पाते.

लंपी बीमारी के कारण दूध उत्पादन में कमी

दूध की कमी का एक और बड़ा कारण लंपी बीमारी है, जिसने करीब दो साल पहले गोवंशीय पशुओं को अपनी चपेट में ले लिया था. इस बीमारी के कारण हजारों पशुओं का दूध उत्पादन बंद हो गया. हालांकि बीमारी का प्रभाव कम हो चुका है. लेकिन दुधारू पशु अभी तक पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो पाए हैं. इस वजह से दूध उत्पादन सामान्य स्तर पर नहीं पहुंच सका है.

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गर्मी का मौसम और दूध की मांग

गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है, जिसमें वैसे भी दूध की मांग अधिक होती है. लेकिन इस बार पहले से ही दूध की कमी देखने को मिल रही है. दूध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड दलपतपुर, मुरादाबाद के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि गर्मी के सीजन में मांग बढ़ने के कारण दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है.

पराग डेयरी के स्टाल पर रोजाना बिक्री का आंकड़ा

पराग स्टाल संचालक राजकुमार ने बताया कि रोजाना करीब 50 एक लीटर पैक बिक जाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बढ़े हुए दामों पर आज से अमल किया जा रहा है. उपभोक्ताओं को अब 69 रुपये प्रति लीटर की दर से दूध खरीदना होगा.

बढ़ती कीमतों का असर

दूध की बढ़ती कीमतों का सीधा असर आम जनता की रसोई पर पड़ता है. खासतौर पर उन परिवारों के लिए यह चिंता का विषय है, जिनके छोटे बच्चे हैं या जो पोषण के लिए दूध पर निर्भर हैं. महंगे दूध के कारण कई लोग इसकी खपत को कम करने पर मजबूर हो रहे हैं.

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सरकार और डेयरी अधिकारियों से उम्मीदें

उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार और डेयरी अधिकारियों को इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए. बिचौलियों के जाल को तोड़ने और सीधे पशुपालकों से दूध खरीदने की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे दूध सस्ता हो सके और पशुपालकों को भी उनके दूध का सही मूल्य मिल सके.

बिचौलियों पर लगाम और पशुपालकों के लिए बेहतर सुविधाएं जरूरी

बिचौलियों के कारण जहां उपभोक्ताओं को महंगा दूध खरीदना पड़ता है. वहीं पशुपालकों को उनके दूध का उचित दाम नहीं मिल पाता. सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए. जिससे यह समस्या खत्म हो सके. साथ ही दुधारू पशुओं की देखभाल के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं और चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए.

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