PM Kisan Yojana: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर-पश्चिम भारत में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव का अनुमान लगाया है. यह विक्षोभ 10 से 12 जनवरी 2025 तक सक्रिय रहेगा. इसके चलते पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. इसके अलावा उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है.
11 जनवरी को आंधी और ओलावृष्टि की संभावना
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 11 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना है.
- राजस्थान में ओलावृष्टि: 11 जनवरी को राजस्थान के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी हो सकती है. जिससे फसल पर प्रभाव पड़ सकता है.
- विजय क्षेत्र में बारिश: पश्चिमी विक्षोभ के कारण पर्वतीय इलाकों के साथ मैदानी क्षेत्रों में भी मौसम बदलने के आसार हैं.
दक्षिण भारत में चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण का असर तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल पर पड़ेगा.
- 11 और 12 जनवरी को भारी बारिश: इन क्षेत्रों में 11 जनवरी को भारी बारिश होने की संभावना है.
- आंधी और बिजली गिरने का खतरा: हल्की से मध्यम बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है.
शीतलहर का अलर्ट
पिछले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया.
- सबसे कम तापमान: पश्चिमी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
- आने वाले दिनों में गिरावट: अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. इसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है.
9 और 10 जनवरी को शीतलहर की चेतावनी
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 9 जनवरी को शीतलहर की चेतावनी दी है.
- घने कोहरे का असर: पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 10 जनवरी तक घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है.
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख: इन क्षेत्रों में शीतलहर की स्थिति 10 जनवरी तक बनी रहेगी.
पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी और बारिश हो सकती है.
- हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है.
- पर्वतीय इलाकों में तापमान गिरेगा: बर्फबारी के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान और अधिक गिर सकता है.
किसानों के लिए सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है. खासकर उन क्षेत्रों में जहां बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है.
- फसल सुरक्षा के उपाय: किसान अपनी फसलों को ओलावृष्टि और भारी बारिश से बचाने के लिए एहतियाती कदम उठाएं.
- खेतों में जल निकासी की व्यवस्था: बारिश के कारण जलभराव से बचने के लिए खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करें.
कोहरे का प्रभाव: यातायात पर असर
घने कोहरे के कारण उत्तर भारत में सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है.
- यातायात धीमा होगा: कोहरे के कारण वाहन चालकों को धीमी गति से गाड़ी चलानी होगी.
- रेलवे सेवा पर असर: ट्रेनें देरी से चल सकती हैं. जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
जनजीवन पर मौसम का असर
बदलते मौसम का सीधा प्रभाव जनजीवन पर पड़ेगा.
- स्वास्थ्य पर प्रभाव: ठंड के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
- बिजली आपूर्ति पर प्रभाव: आंधी-तूफान और ओलावृष्टि के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो सकती है.