Without Train Ticket Fine: केंद्रीय रेल मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में लोकसभा में जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान लगभग 2.16 करोड़ यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ा गया है। इससे भारतीय रेलवे ने किराए के अलावा 562.40 करोड़ रुपये का अतिरिक्त शुल्क वसूला है, जो कि एक रिकॉर्ड संग्रह है। इस घटना की पुष्टि यह दर्शाती है कि यात्री किस हद तक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं और यह भी कि रेलवे किस प्रकार अपने राजस्व संग्रह में जोर दे रहा है।
टिकट चेकिंग अभियानों का महत्व
रेल मंत्री ने बताया कि भारतीय रेलवे द्वारा समय-समय पर चलाए जा रहे विशेष टिकट चेकिंग अभियानों के द्वारा ये आंकड़े सामने आए हैं। ये अभियान न केवल रेलवे के राजस्व की सुरक्षा करते हैं, बल्कि यात्रियों में नियमों का पालन करने की आदत भी विकसित करते हैं।
जुर्माने से जुड़े आंकड़े और उनका प्रभाव
जुर्माने के इतने ऊंचे आंकड़े यह दिखाते हैं कि बिना टिकट यात्रा करना अभी भी एक प्रमुख समस्या है, जिसे रेलवे द्वारा कठोरता से निपटा जा रहा है। ये जुर्माने उन यात्रियों के लिए एक सख्त संदेश हैं जो बिना टिकट यात्रा करने का जोखिम उठाते हैं।
नीति निर्माण और भविष्य की दिशा
इस तरह के आंकड़े और वसूल की गई भारी राशि, रेलवे की नीतियों और प्रक्रियाओं को और अधिक कड़ी बनाने की दिशा में कदम उठाने का संकेत देते हैं। इससे यह भी पता चलता है कि रेलवे बिना टिकट यात्रा के मुद्दे को किस प्रकार और अधिक कुशलता से संभालना चाहता है।