Ration Card: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में राशन कार्ड धारकों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है. जिले में 647 उचित मूल्य की दुकानों से 12,08,056 उपभोक्ता प्रतिमाह राशन प्राप्त करते हैं, परंतु बच्चों के आधार कार्ड के अपडेट न होने, बुजुर्गों के फिंगरप्रिंट मिसमैच और मजदूरों के पलायन के कारण कई लोगों की ई-केवायसी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है. इसके चलते आने वाली 3 मार्च से 641,746 लोगों का राशन प्राप्ति पर रोक लग सकती है.
खाद्य विभाग की पहल और चुनौतियां
जिले के खाद्य विभाग ने इस समस्या को दूर करने के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास तेज कर दिए हैं. उनका लक्ष्य है कि जितने अधिक से अधिक सदस्यों की ई-केवायसी संभव हो सके, वह करा ली जाए. इसके लिए सेल्समैनों की भी मदद ली जा रही है (Maximize E-KYC Completion). फिलहाल, जिले की 48% दुकानों से जुड़े सदस्यों की ई-केवायसी पूरी हो चुकी है, पर 52% अभी भी शेष हैं.
वन नेशन वन कार्ड की डेडलाइन नजदीक
वन नेशन वन कार्ड योजना के तहत, 3 मार्च को सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करनी अनिवार्य हैं. यदि उपभोक्ताओं की ई-केवायसी नहीं होती है तो उन्हें राशन प्राप्ति में बाधा आएगी (Mandatory E-KYC for Ration). इस योजना का उद्देश्य है कि कोई भी योग्य नागरिक कहीं से भी राशन प्राप्त कर सके.
राशन घोटाला रोकने की कोशिश
खाद्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि 3 मार्च के बाद केवल वही उपभोक्ता राशन प्राप्त कर पाएंगे जिनकी ई-केवायसी पूरी हो चुकी होगी. इस कदम से राशन घोटालों पर अंकुश लगेगा और प्रणाली में पारदर्शिता आएगी (Ration System Transparency). जिलेभर की खाद्य दुकानों पर हो रहे फर्जीवाड़े को इस तरह से रोकना संभव हो पाएगा.