UPI Payment In Roadways Bus: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने यात्रियों के बीच डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत, उन ड्राइवर और कंडक्टरों को पुरस्कृत किया जाएगा जो डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहेंगे. अब बसों की हर सीट के पीछे भीम ऐप के यूपीआई पेमेंट स्टीकर लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को टिकट खरीदने में सहूलियत होगी.
परिवहन मंत्री का बयान
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि यह कदम राज्य में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है. सभी बसों की सीटों के पीछे 8×5 इंच के यूपीआई स्टीकर लगाए जाएंगे. क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश दिया गया है कि वे इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करें. इससे न केवल डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि नकद लेनदेन में भी कमी आएगी.
पुरस्कार योजना
निगम ने उन ड्राइवर और कंडक्टरों के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू की है, जो अधिकतम डिजिटल ट्रांजेक्शन करेंगे.
- पहला स्थान: ₹10,000 का वाउचर
- दूसरा स्थान: ₹5,000 का वाउचर
- तीसरा स्थान: ₹2,000 का वाउचर
- चौथे से दसवें स्थान तक: प्रत्येक को ₹1,000 का वाउचर
इस योजना का उद्देश्य कर्मचारियों को डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करना है.
यात्रियों के लिए सुविधा में इजाफा
इस नई पहल से यात्रियों को टिकट खरीदने में सुविधा होगी. अब नकदी की आवश्यकता न होने से यात्रा अनुभव आसान और सुरक्षित बनेगा. यूपीआई स्टीकर के माध्यम से यात्री अपने स्मार्टफोन से बस का किराया आसानी से चुका सकेंगे.
महाकुंभ के लिए विशेष तैयारी
महाकुंभ के लिए परिवहन निगम ने विशेष इंतजाम किए हैं. बदायूं डिपो से 100 बेहतर कंडीशन की बसें भेजी जाएंगी. इन बसों में लंबी दूरी की यात्रा के लिए तैयार गाड़ियां शामिल की गई हैं. एआरएम अजय कुमार सिंह ने बताया कि सभी बसों की तकनीकी जांच पूरी कर ली गई है और जो भी कमियां थीं. उन्हें दूर कर दिया गया है.
यात्रियों के लिए प्राइवेट वाहनों का सहारा
महाकुंभ के दौरान बदायूं डिपो से बड़ी संख्या में बसें भेजी जाएंगी. जिसके कारण स्थानीय यात्रियों को प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ेगा. बदायूं डिपो की 100 बसें जाने के बाद केवल 32 निगम की और 44 अनुबंधित बसें बचेंगी. इससे यात्रियों को थोड़ी असुविधा हो सकती है.
लंबी दूरी की बसों का चयन
महाकुंभ के लिए विशेष रूप से लंबी दूरी तय करने वाली बसों का चयन किया गया है. इन बसों की वापसी सात फरवरी के बाद शुरू होगी. इस तरह महाकुंभ में जाने वाले यात्रियों के लिए परिवहन निगम ने ठोस योजना तैयार की है.
डिजिटल भुगतान का भविष्य
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन की दिशा में एक बड़ा प्रयास है. इससे यात्रियों और कर्मचारियों के बीच डिजिटल भुगतान का प्रचलन बढ़ेगा. नकद लेनदेन की जगह डिजिटल ट्रांजेक्शन को प्राथमिकता देने से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी. बल्कि समय की भी बचत होगी.