Board Exam New Rule: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं, और परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए बोर्ड ने कुछ नए नियमों की घोषणा की है. इनमें सबसे महत्वपूर्ण बदलाव परीक्षा हॉल में जूते-मोजे पहनकर आने पर प्रतिबंध है. अब छात्र सिर्फ चप्पल पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सकते हैं. बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में लगभग 12.90 लाख छात्र शामिल होंगे, और परीक्षा के लिए 1,500 से अधिक केंद्र बनाए गए हैं. समय की पाबंदी और अनुशासन बनाए रखने के लिए BSEB ने प्रवेश प्रक्रिया को भी सख्त कर दिया है.
ड्रेस कोड में बड़ा बदलाव
बिहार बोर्ड ने परीक्षा में पारदर्शिता और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए इस साल छात्रों के ड्रेस कोड में बदलाव किया है. अब किसी भी छात्र को परीक्षा हॉल में जूते और मोजे पहनने की अनुमति नहीं होगी. इसकी जगह छात्र सिर्फ चप्पल पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सकते हैं. यह नियम नकल को रोकने के उद्देश्य से लागू किया गया है.
पिछले वर्षों में कई मामलों में देखा गया है कि जूतों और मोजों में नकल की सामग्री छिपाकर लाई जाती थी. इसे रोकने के लिए ही यह सख्त कदम उठाया गया है. जो छात्र इस नियम का पालन नहीं करेंगे, उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. BSEB ने यह साफ कर दिया है कि परीक्षा में अनुशासन बनाए रखना सभी के लिए अनिवार्य है.
परीक्षा केंद्र में प्रवेश के नए नियम
BSEB ने परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए कुछ सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. परीक्षा के दिन छात्र इन बातों का ध्यान रखें:
- समय से पहले पहुंचें: परीक्षा केंद्र में प्रवेश का समय निर्धारित होगा और देरी से आने वाले छात्रों को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा.
- सिर्फ चप्पल पहनकर आएं: जूते और मोजे पहनकर आने की अनुमति नहीं होगी.
- कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस न लाएं: मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ डिवाइस, कैलकुलेटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स परीक्षा केंद्र में प्रतिबंधित रहेंगे.
- सिर्फ जरूरी सामान ही साथ लाएं: एडमिट कार्ड, पहचान पत्र, पेन और पेंसिल के अलावा कोई अन्य चीज परीक्षा केंद्र में ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
नकल रोकने के लिए सख्त निगरानी
बिहार बोर्ड ने परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त प्रबंधन किया है. हर परीक्षा केंद्र पर CCTV कैमरे लगाए जाएंगे और परीक्षा कक्षों में विशेष पर्यवेक्षकों की तैनाती होगी. इसके अलावा फ्लाइंग स्क्वॉड (Flying Squad) भी परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करेगा. अगर किसी भी छात्र को नकल करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, और उसकी परीक्षा रद्द की जा सकती है.
छात्रों की सुरक्षा और निष्पक्ष परीक्षा पर जोर
BSEB का उद्देश्य केवल नकल रोकना ही नहीं बल्कि परीक्षा को निष्पक्ष और तनाव मुक्त बनाना भी है. परीक्षा हॉल में अनुशासन बनाए रखना, छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और निष्पक्ष परीक्षा कराना बोर्ड की प्राथमिकता है. इस बार छात्रों को कोई भी संदेहास्पद कपड़े पहनने से बचने की सलाह दी गई है. बिहार बोर्ड ने इस बारे में स्पष्ट गाइडलाइन नहीं दी है, लेकिन साधारण शर्ट और पैंट पहनना सबसे सुरक्षित और सही विकल्प रहेगा.
छात्रों को क्या करना चाहिए?
छात्रों को परीक्षा के नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी पूरी करनी चाहिए. BSEB ने सभी नियमों को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किया है. इसलिए छात्रों को समय-समय पर वेबसाइट चेक करते रहना चाहिए और किसी भी अपडेट को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए. इसके अलावा एडमिट कार्ड और परीक्षा के समय की जानकारी पहले से तैयार रखें ताकि परीक्षा के दिन कोई परेशानी न हो.
नए नियमों को लेकर छात्रों की प्रतिक्रिया
BSEB के इन नए नियमों पर छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. कुछ छात्रों का मानना है कि जूते-मोजे पर प्रतिबंध लगाने से नकल करने वालों पर रोक लगेगी. जबकि कुछ छात्रों को यह नियम अनावश्यक लग रहा है. हालांकि शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए उठाया गया है और इससे परीक्षा को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी.