School Winter Holiday: उत्तर प्रदेश में ठंड और शीतलहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बेसिक शिक्षा परिषद के तहत संचालित और मान्यता प्राप्त सभी विद्यालयों में शीतकालीन अवकाश को तीन दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. पहले 14 जनवरी तक घोषित इस अवकाश को अब बढ़ाकर 17 जनवरी तक कर दिया गया है. शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर आधारित निर्णय
शीतलहर और मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. शिक्षा निदेशक ने स्पष्ट किया कि कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को 17 जनवरी तक अवकाश दिया गया है. यह कदम छात्रों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उठाया गया है.
शिक्षकों के लिए अवकाश नहीं
छात्रों के लिए अवकाश घोषित होने के बावजूद शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को विद्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा. उन्हें इस अवधि में विभागीय और प्रशासनिक कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
सोशल मीडिया पर आदेश की पुष्टि
शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी साझा की. इसमें 26 दिसंबर 2024 के आदेश का भी उल्लेख किया गया है, जिसके तहत शीतकालीन अवकाश 14 जनवरी तक घोषित किया गया था.
आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश
शिक्षा निदेशक ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि इस आदेश का पालन सख्ती से किया जाए. सभी विद्यालयों में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति बनी रहे और छात्रों की अनुपस्थिति में आवश्यक प्रशासनिक कार्य पूरे किए जाएं.
छात्रों के लिए राहत
छात्रों के लिए यह अवकाश ठंड से बचाव का एक महत्वपूर्ण कदम है. शीतलहर के कारण कड़ाके की ठंड से छात्रों की सेहत पर असर पड़ सकता है, जिसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
शीतलहर का प्रभाव
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शीतलहर का प्रभाव अधिक देखा जा रहा है. सुबह और रात के समय तापमान में गिरावट और कोहरे के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है. इस समय बच्चों को स्कूल भेजना उनके स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता था.
शिक्षकों की जिम्मेदारियां
हालांकि शिक्षकों को इस अवकाश के दौरान विद्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है, ताकि प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से जारी रह सकें. उन्हें इस दौरान विभागीय गतिविधियों और अन्य आवश्यक कार्यों को पूरा करना होगा.
ठंड से बचाव के उपाय
इस दौरान अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाएं और उन्हें ठंड से बचाने के अन्य उपाय करें.