School Closed Extended: पोंगल दक्षिण भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो मुख्य रूप से तमिलनाडु में फसल कटाई के उत्सव के रूप में मनाया जाता है. यह त्योहार न केवल कृषि संस्कृति का प्रतीक है. बल्कि इसे परिवार और सामुदायिक जुड़ाव का भी प्रतीक माना जाता है. पोंगल के अलावा 15 जनवरी को तिरुवल्लुवर दिवस और 16 जनवरी को उझावर थिरुनल जैसे त्योहार भी मनाए गए.
तमिलनाडु में 10 दिन की छुट्टी
तमिलनाडु सरकार ने पोंगल के महत्व को देखते हुए 11 जनवरी से 19 जनवरी 2025 तक 10 दिन की लंबी छुट्टियों की घोषणा की है.
- लंबी छुट्टियों का उद्देश्य: लोग अपने परिवारों के साथ त्योहार का आनंद ले सकें.
- पारंपरिक कार्यक्रमों और उत्सवों में सक्रिय रूप से भागीदारी कर सकें.
- महत्वपूर्ण तारीखें: 13 जनवरी: भोगी का त्योहार.
- 14 जनवरी: पोंगल का मुख्य पर्व.
- 15 जनवरी: तिरुवल्लुवर दिवस.
- 16 जनवरी: उझावर थिरुनल.
अन्य राज्यों में छुट्टियां
दक्षिण भारत के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी मौसमी परिस्थितियों और स्थानीय त्योहारों को देखते हुए छुट्टियों की घोषणा की गई है.
दिल्ली
- दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी से 15 जनवरी तक सभी स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया.
- इसके बाद कक्षा 9 और 11 के छात्रों के लिए हाइब्रिड क्लास की अनुमति दी गई.
जम्मू-कश्मीर
- राज्य में अत्यधिक ठंड को देखते हुए 28 फरवरी 2025 तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है. यह इस सीजन की सबसे लंबी छुट्टियां हैं.
राजस्थान
- ठंड और बारिश के कारण राज्य के कई जिलों में छुट्टियां बढ़ाई गई हैं.
- कोटा: कक्षा 5 तक के स्कूल 18 जनवरी तक बंद.
- डीग: कक्षा 8 तक के छात्रों की छुट्टी 18 जनवरी तक.
उत्तर प्रदेश (यूपी)
- शीतलहर के कारण कई जिलों में स्कूल बंद रखे गए हैं.
- बरेली: कक्षा 8 तक के स्कूल 17 जनवरी तक बंद.
- लखनऊ: कक्षा 8 तक की छुट्टी 17 जनवरी तक, जबकि कक्षा 9 से 12 की कक्षाएं सुबह 10 से 3 बजे तक चलेंगी.
- गाजियाबाद: नर्सरी से कक्षा 8 तक की छुट्टियां 18 जनवरी तक बढ़ाई गई हैं.
बिहार
- राजधानी पटना में ठंड को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल 18 जनवरी तक बंद रखने का फैसला लिया गया है.
पोंगल की सांस्कृतिक विशेषताएं
पोंगल न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि यह तमिलनाडु की संस्कृति और परंपरा का प्रतीक भी है.
- भोगी: इस दिन पुराने सामानों को त्यागकर नए जीवन की शुरुआत की जाती है. लोग घरों की सफाई करते हैं और अलाव जलाते हैं.
- पोंगल का मुख्य दिन: यह दिन फसल की देवी को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है. पारंपरिक व्यंजन पोंगल (मीठा चावल) तैयार किया जाता है.
- मट्टू पोंगल: गायों और बैलों को सजाकर उनकी पूजा की जाती है. यह दिन कृषि में पशुओं के योगदान को सम्मानित करने के लिए समर्पित है.
- कानुम पोंगल: यह दिन परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर उत्सव मनाने का होता है.
उत्तर भारत में स्कूलों की छुट्टियां
उत्तर भारत में शीतलहर और बारिश के कारण कई राज्यों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
- ठंड और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को देखते हुए प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है.
- इन छुट्टियों का असर न केवल छात्रों की पढ़ाई पर पड़ा है. बल्कि परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर में भी बदलाव हुआ है.
त्योहार और मौसम: एक संतुलन
दक्षिण भारत में पोंगल की छुट्टियां जहां त्योहार को मनाने का मौका देती हैं. वहीं उत्तर भारत में शीतलहर के कारण छुट्टियां अनिवार्य हो जाती हैं.
- दक्षिण भारत: पोंगल की छुट्टियां परिवार और सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देती हैं.
- यह समय कृषि और परंपराओं के महत्व को उजागर करता है.
- उत्तर भारत: छुट्टियां बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए दी जाती हैं.
- इससे स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है.
छुट्टियों का उपयोग कैसे करें?
- पढ़ाई और तैयारी: छात्र इस समय का उपयोग अपनी पढ़ाई और लंबित असाइनमेंट को पूरा करने में कर सकते हैं.
- परिवार के साथ समय: त्योहारों का मुख्य उद्देश्य परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना है.
- आराम और स्वास्थ्य का ध्यान: विशेष रूप से उत्तर भारत में ठंड के दौरान स्वास्थ्य का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है.