School Holidays: बिहार में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. पटना, मोतिहारी, गोपालगंज, दरभंगा, भागलपुर और गया समेत कई जिलों में सर्द पछुआ हवाओं के कारण ठिठुरन बढ़ गई है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक ठंड के और बढ़ने की संभावना जताई है. इस स्थिति को देखते हुए कुछ जिलों के प्रशासन ने कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है.
पटना में 23 जनवरी तक स्कूल बंद
पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अत्यधिक ठंड और कम तापमान को देखते हुए आदेश जारी किया है कि जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा आठ तक की पढ़ाई 23 जनवरी तक स्थगित रहेगी. डीएम ने कहा कि ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
- कक्षा आठ से ऊपर की कक्षाएं: सुबह 9 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक संचालित होंगी.
- बोर्ड परीक्षा से जुड़ी कक्षाएं: ठंड के इस आदेश से मुक्त रहेंगी.
यह आदेश बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है.
मोतिहारी में ‘अमर उजाला’ की खबर का असर
मोतिहारी में हाड़ कंपाने वाली ठंड में बच्चों को स्कूल जाने से राहत मिली है. जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने तत्काल कदम उठाते हुए 23 जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया.
- मोतिहारी का तापमान: न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
- पछुआ हवा का प्रभाव: 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही तेज हवाओं ने ठंड को और भी बढ़ा दिया.
बच्चों और अभिभावकों ने इस फैसले का स्वागत किया और डीएम को धन्यवाद दिया.
गोपालगंज में 24 जनवरी तक स्कूल बंद
गोपालगंज में ठंड के कारण हालात और भी खराब हैं. शीतलहर और ठंडी हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. स्कूली बच्चों को इस कड़ाके की ठंड में स्कूल जाना मजबूरी लगने लगी थी.
- डीएम प्रशांत कुमार का फैसला: डीएम ने 24 जनवरी तक कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई पर रोक लगाने का आदेश दिया.
- ठंड का प्रभाव: बच्चों और बुजुर्गों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
- दोपहर में भी ठंड का असर: दोपहर के समय भी ठंड कम नहीं हुई. जिससे स्कूल में बच्चों को परेशानी हुई.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक घने कोहरे और शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. बिहार के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे जा सकता है. पछुआ हवाओं की वजह से ठंड और बढ़ने की संभावना है.
स्कूल बंद होने का निर्णय क्यों जरूरी?
अत्यधिक ठंड के मौसम में बच्चों का स्कूल जाना उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. ठंड के कारण बच्चों को निमोनिया, ठंड लगने और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. जिलाधिकारियों का यह कदम बच्चों की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है.