School Holiday: गाजियाबाद में कड़ाके की ठंड और भीषण शीतलहर को देखते हुए प्रशासन ने कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया है. जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने यह आदेश बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जारी किया. हालांकि स्कूलों का पूरा स्टाफ इस दौरान विद्यालय में उपस्थित रहेगा और अपनी जिम्मेदारियों को निभाएगा.
पहले 11 जनवरी तक था आदेश
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पहले 11 जनवरी तक स्कूलों को बंद (School Holiday) रखने का आदेश दिया था. लेकिन शीतलहर के बढ़ते प्रभाव और ठंड में तीव्र वृद्धि को देखते हुए अब इस अवधि को बढ़ाकर 18 जनवरी तक कर दिया गया है. प्रशासन ने सभी स्कूलों को इस आदेश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है.
आदेश के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
यह आदेश सभी प्रकार के स्कूलों पर लागू होगा. चाहे वे सीबीएसई, आइसीएसई, वित्त विहीन, शासकीय या अशासकीय हों. आदेश का उल्लंघन करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए यह कदम बेहद जरूरी है.
ठंड से बचाव के लिए क्या करें अभिभावक?
ठंड के इस मौसम में बच्चों की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. अभिभावकों को बच्चों को पर्याप्त गर्म कपड़े पहनाने चाहिए और उन्हें ठंड से बचाने के लिए बाहर निकलने से बचने की सलाह देनी चाहिए. गर्म पानी और पौष्टिक भोजन का सेवन ठंड के असर को कम करने में मददगार हो सकता है.
मौसम विभाग ने दी ठंड और कोहरे की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में घने कोहरे की संभावना जताई है, जिसमें दिल्ली और एनसीआर भी शामिल हैं. इसके साथ ही तापमान में और गिरावट की आशंका है. ऐसे में गाजियाबाद प्रशासन ने एहतियात के तौर पर स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है.
स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारियां
स्कूल बंद रहने के बावजूद शिक्षकों और अन्य स्टाफ को अपनी ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए गए हैं. विद्यालय परिसर की सफाई, प्रशासनिक कार्य और ऑनलाइन क्लासेस की तैयारी जैसे काम नियमित रूप से जारी रहेंगे.
बच्चों की सुरक्षा के लिए प्रशासन की पहल
गाजियाबाद प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह कदम उठाया है. ठंड के मौसम में छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर जल्दी असर पड़ता है. जिससे कई बार बीमारियां बढ़ने का खतरा होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने स्कूल बंद रखने का फैसला किया है.