School Holiday: महाकुंभ के पवित्र अवसर पर, प्रयागराज में संगम स्नान के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ से शहर में असामान्य भीड़भाड़ देखने को मिल रही है. इसका प्रभाव काशी और अयोध्या पर भी पड़ रहा है, जहां श्रद्धालु संगम स्नान के बाद पवित्र दर्शन के लिए जुट रहे हैं. इस आयोजन के दौरान, तीर्थयात्रियों का बड़ा समूह इन धार्मिक नगरियों में अपनी आस्था के निशान छोड़ रहा है, जिससे न केवल यातायात में बल्कि दैनिक जीवन में भी व्यवधान पैदा हो रहा है.
शिक्षा पर पड़ रहा प्रभाव और स्कूल बंदी
शहर में बढ़ती भीड़ के कारण बनारस में प्रशासन ने 14 फरवरी तक कक्षा 8वीं तक के स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है. इस दौरान सभी स्कूली कक्षाएं ऑनलाइन मोड में संचालित की जाएंगी. यह निर्णय जिलाधिकारी के आदेशों के बाद बीएसए द्वारा लिया गया है, ताकि संगम स्नान के कारण उमड़ने वाली भीड़ के चलते यातायात और सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से निपटा जा सके.
बार-बार जारी होते आदेश और उनका असर
इस साल की शुरुआत से ही श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग को कई बार स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी करना पड़ा है. जनवरी के अंत से लेकर फरवरी के शुरुआती हफ्ते तक ये आदेश कई बार बढ़ाए गए. इसका मकसद यह था कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और शहर की यातायात व्यवस्था को भीड़ के प्रभाव से मुक्त रखा जा सके.
बड़ी कक्षाओं के लिए खुलेंगे स्कूल
प्रशासन ने तय किया है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में 9 से 12 तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खुलेंगे, क्योंकि इन कक्षाओं की परीक्षा और प्रैक्टिकल की तैयारियां ऑनलाइन संचालन के लिए संभव नहीं हैं. CISCE, CBSE और UP बोर्ड से संबंधित इन कक्षाओं के लिए स्कूलों का खुलना अत्यंत आवश्यक है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए.