School Holiday: काशी जिसे विश्वनाथ की नगरी भी कहा जाता है इस वर्ष महाशिवरात्रि के दौरान विशेष आयोजन किए जाएंगे. इस धार्मिक उत्सव के चलते जहाँ एक ओर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है वहीं प्रशासन ने यातायात और सुरक्षा की व्यवस्था को कड़ी कर दिया है. महाशिवरात्रि पर काशी के मंदिरों में विशेष पूजा और आरती की जाएगी, जिसमें हजारों भक्त भाग लेंगे.
महाकुंभ के दौरान भीड़ का प्रबंधन
महाकुंभ, जो कि हिंदू धर्म के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है, पहले से ही प्रयागराज में चल रहा है. जिलाधिकारी एस राजलिंगम के निर्देशानुसार, श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं. इस दौरान, काशी और प्रयागराज में अतिरिक्त पुलिस बल और स्वयंसेवकों की टीमें तैनात की गई हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.
जिलाधिकारी का आदेश
जिलाधिकारी ने महाशिवरात्रि और महाकुंभ की भीड़ के मद्देनजर स्कूलों में 25 तक ऑनलाइन क्लासेज चलाने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान, कक्षा एक से आठ तक के परिषदीय, सहायता प्राप्त, निजी एवं मान्यता प्राप्त सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य ऑनलाइन (Online Education in Kashi) जारी रहेगा. इससे शिक्षकों और छात्रों को यातायात जाम और अन्य असुविधाओं से निजात मिलेगी.
महाशिवरात्रि पर अवकाश और उसके बाद की व्यवस्था
26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर सभी विद्यालयों में अवकाश रहेगा. इस दिन स्कूलों में कोई भी शैक्षणिक गतिविधियाँ नहीं होंगी. अगले दिन, यानि 27 फरवरी से, स्कूल फिर से भौतिक रूप से खुलेंगे और सामान्य शिक्षण कार्य शुरू हो जाएगा. इससे छात्रों को उनकी शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलेगी.
योजनाबद्ध तरीके से प्रबंधन सुनिश्चित करेगा सुचारू गतिविधियाँ
प्रशासन ने महाशिवरात्रि के दिन होने वाली विशेष पूजाओं और समारोहों के लिए व्यापक तैयारियाँ की हैं. इसके अलावा, सभी प्रमुख शहरों में यातायात की सुचारू व्यवस्था के लिए विशेष योजनाएँ बनाई गई हैं. श्रद्धालुओं को भी सलाह दी गई है कि वे आयोजन स्थलों पर पहुँचने के लिए समय का ध्यान रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.