Shop Close: हरियाणा के नूंह जिले के गांधी ग्राम घासेड़ा में ग्राम पंचायत ने एक बड़ा फैसला लिया है. पंचायत ने सर्वसम्मति से तय किया है कि गांव में रात 9 बजे के बाद कोई भी दुकान खुली नहीं रहेगी. यह फैसला गांव में बढ़ते नशे की समस्या पर रोक लगाने के लिए लिया गया है.
पंचायत की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
यह फैसला गांव की पंचायत में मौलाना शेर मोहम्मद साहब अमीनी की अध्यक्षता में लिया गया. इस बैठक में सरपंच आस मोहम्मद, एडवोकेट रमजान चौधरी, तैयब घासेड़िया, पूर्व पार्षद वली मोहम्मद, फखरुद्दीन, मौलाना जाहिद, मौलाना खुर्शीद और हिदायद कमांडो सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. पंचायत ने सर्वसम्मति से नशामुक्ति के लिए विशेष रणनीति तैयार करने पर जोर दिया.
मोहल्ला स्तर पर बनेगी कमेटियां
गांव में नशे के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पंचायत ने मोहल्ला स्तर पर कमेटियां गठित करने का निर्णय लिया है.
- कमेटियों की जिम्मेदारी: यह कमेटियां नशे से संबंधित गतिविधियों पर निगरानी रखेंगी.
- पुलिस प्रशासन का सहयोग: कमेटी नशामुक्ति अभियान में पुलिस प्रशासन से सहयोग मांगेगी और जनजागरण अभियान चलाएगी.
गांव में पहरेदारी की व्यवस्था
ग्राम पंचायत ने गांव की निगरानी के लिए पहरेदारी की व्यवस्था करने का भी फैसला लिया है.
- जिम्मेदारी मस्जिदवार जमात को सौंपी गई: मस्जिदवार जमात गांव में पहरेदारी करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि रात के समय कोई अवांछनीय गतिविधि न हो.
- जनता की भागीदारी: इस पहल में गांव के सभी नागरिकों को शामिल किया जाएगा.
नशामुक्ति अभियान में जनजागरण पर जोर
ग्राम पंचायत ने नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए जनजागरण अभियान चलाने की योजना बनाई है.
- शिक्षा और जागरूकता: पंचायत ने कहा कि गांव के लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित किया जाएगा.
- युवाओं पर विशेष ध्यान: खासतौर पर युवाओं को जागरूक करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
रात 9 बजे के बाद दुकानें बंद करने का उद्देश्य
गांव में रात 9 बजे के बाद दुकानें बंद करने का मुख्य उद्देश्य नशे की बिक्री और उपभोग पर रोक लगाना है.
- नशे के स्रोत को खत्म करना: पंचायत ने यह सुनिश्चित करने की योजना बनाई है कि रात में नशे का वितरण न हो.
- सुरक्षा का माहौल बनाना: यह पहल गांव में सुरक्षा का माहौल बनाएगी और अवांछनीय गतिविधियों पर लगाम लगाएगी.
पंचायत के फैसले का ग्रामीणों ने किया स्वागत
गांव के लोगों ने पंचायत के इस कदम का स्वागत किया है.
- ग्रामीणों की भागीदारी: ग्रामीणों ने नशे के खिलाफ लड़ाई में पंचायत का पूरा समर्थन देने का वादा किया है.
- युवाओं का सकारात्मक दृष्टिकोण: युवाओं ने इस फैसले को एक बेहतर भविष्य की दिशा में उठाया गया कदम बताया है.
पुलिस प्रशासन का सहयोग आवश्यक
नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायत पुलिस प्रशासन का सहयोग मांगेगी.
- सख्त कार्रवाई की मांग: पंचायत ने पुलिस से नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है.
- संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता: प्रशासन और पंचायत के संयुक्त प्रयासों से नशामुक्ति अभियान को सफलता मिलेगी.
नशामुक्त गांव बनाने की पहल
ग्राम पंचायत का यह निर्णय गांव को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
- स्थायी समाधान की ओर कदम: यह फैसला न केवल नशे पर रोक लगाने में मदद करेगा, बल्कि एक स्वच्छ और सुरक्षित गांव का निर्माण करेगा.
- गांव का विकास: नशामुक्त वातावरण से गांव में शिक्षा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे.