Students Scholarship: हरियाणा सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक सराहनीय पहल की है. राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए हर महीने 1,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. यह राशि उन छात्रों को मिलेगी. जिन्होंने वार्षिक परीक्षा में अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है और न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं.
बालक और बालिका वर्ग के छात्रों को समान अवसर
हर विद्यालय में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक एक छात्र और एक छात्रा को यह प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. सरकार का यह कदम न केवल छात्रों को मेहनत (Students Scholarship) करने के लिए प्रेरित करेगा. बल्कि बालिकाओं की शिक्षा को भी बढ़ावा देगा.
24 जनवरी तक पात्र छात्रों की सूची भेजने के निर्देश
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि पात्र छात्रों की सूची 24 जनवरी तक निदेशालय को भेजी जाए. शिक्षा उत्कृष्टता प्रोत्साहन (EEE) योजना के तहत इस प्रोत्साहन राशि का वितरण किया जाएगा.
राजीव गांधी छात्रवृत्ति योजना: शिक्षा को बढ़ावा देने की परंपरा
राजीव गांधी छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत 2005-06 में हुई थी. यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने का एक सफल प्रयास रही है. इस योजना के तहत पिछली कक्षा में प्रथम स्थान पर आए छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है.
महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम
महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा के लिए हरियाणा पुलिस ने विशेष कदम उठाए हैं. राज्य में 60 असुरक्षित हॉट स्पॉट की पहचान की गई है. जहां महिला सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जा रहा है. इन स्थानों पर पुलिस गश्त बढ़ाई गई है और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
स्कूल-कॉलेजों में सुरक्षा उपाय
विशेष रूप से स्कूल और कॉलेज के छुट्टी के समय पुलिस की पीसीआर वैन इन स्थानों पर सक्रिय रहती है. सेफ सिटी टीम भी सिविल ड्रेस में बसों और सार्वजनिक स्थानों पर गश्त करती है. इसका उद्देश्य महिलाओं और छात्राओं को सुरक्षा का माहौल प्रदान करना है और मनचलों पर नजर रखना है.
जागरूकता कार्यक्रम और छात्राओं की काउंसिलिंग
सेफ सिटी टीम के द्वारा स्कूल और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इन कार्यक्रमों में छात्राओं को दुर्गा शक्ति एप, गुड टच-बैड टच और पोक्सो एक्ट की जानकारी दी जाती है. अब तक 300 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं. जिसमें करीब 17,000 छात्राओं की काउंसिलिंग की गई है.
यौन शोषण के मामलों में सख्त कार्रवाई
काउंसिलिंग के दौरान 60 ऐसी छात्राएं सामने आईं जो यौन शोषण का शिकार हुई थीं. इनमें से पांच मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की. यह दिखाता है कि सरकार और पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
शिक्षा और सुरक्षा पर सरकार की प्राथमिकता
हरियाणा सरकार का यह कदम शिक्षा और सुरक्षा दोनों क्षेत्रों में संतुलन बनाने का प्रयास है. एक तरफ मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, तो दूसरी ओर महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.