Faridabad To Greater Noida: गौतमबुद्ध नगर और हरियाणा के फरीदाबाद को जोड़ने वाली मंझावली पुल परियोजना को अब नई दिशा मिलने लगी है। लंबे समय से अटकी यह सड़क परियोजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंचती दिख रही है क्योंकि इस सड़क के लिए जरूरी भूमि हस्तांतरण का काम आखिरकार शुरू हो चुका है। मंगलवार को जगनपुर गांव के कुछ किसानों ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के नाम अपनी जमीन की रजिस्ट्री करा दी, जिससे सड़क निर्माण में आ रही सबसे बड़ी बाधा लगभग समाप्त हो गई है।
इन गांवों की जमीन से बनेगी कनेक्टिविटी रोड
गौतमबुद्ध नगर की ओर मंझावली पुल से जुड़ने के लिए जो सड़क बनाई जा रही है, उसके लिए कुल चार गांवों – जगनपुर, मुरसदपुर, अफजलपुर और अट्टा गुजरान – की जमीन ली जानी है। इस पूरे प्रोजेक्ट के तहत लगभग 6.5 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है। कुल 40 किसानों से यह जमीन ली जा रही है और सरकार ने इसके लिए 3,720 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से मुआवजा तय किया है।
25 करोड़ रुपये से ज्यादा मिलेगा मुआवजा
प्रशासन द्वारा घोषित मुआवजा राशि के अनुसार, कुल 25.69 करोड़ रुपये किसानों को दिए जाएंगे। मंगलवार को जगनपुर गांव के पूर्व प्रधान श्रीनिवास आर्य, जयवती देवी, रोहतास नागर, जितेंद्र नागर सहित कुछ अन्य किसानों ने विभाग को जमीन सौंप दी। यह प्रक्रिया आगे अन्य किसानों के साथ भी जारी है, जिससे जल्द ही पूरी जमीन सरकार के कब्जे में आ जाएगी।
हरियाणा की तरफ तैयार है सड़क यूपी की तरफ बना रहेगा इंतजार
गौरतलब है कि यमुना नदी पर मंझावली गांव के समीप पहले ही पुल का निर्माण पूरा हो चुका है। यह पुल करीब 630 मीटर लंबा और चार लेन वाला है। हरियाणा की ओर से न केवल पुल तैयार है, बल्कि उसके साइड की कनेक्टिविटी सड़क भी पूरी तरह बन चुकी है। दूसरी ओर, गौतमबुद्ध नगर की तरफ एक किलोमीटर लंबी संपर्क सड़क के निर्माण में किसानों की जमीन न मिलने के कारण कार्य बाधित हो गया था। लेकिन अब जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया से उम्मीद बंधी है कि सड़क का निर्माण कार्य भी तेजी से शुरू होगा।
सीधी सड़क से बढ़ेगी रफ्तार और विकास
मंझावली पुल से सीधी सड़क बनने के बाद गौतमबुद्ध नगर और फरीदाबाद के बीच आवागमन बेहद आसान हो जाएगा। वर्तमान में दिल्ली होकर इस दूरी को तय करने में लंबा समय और ट्रैफिक झेलना पड़ता है। लेकिन इस सड़क के बन जाने से दोनों शहरों के बीच सीधा संपर्क बन जाएगा जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
क्षेत्रीय व्यापार और शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
यह कनेक्टिविटी न सिर्फ आम यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगी बल्कि इससे आसपास के गांवों और क्षेत्रों में आर्थिक विकास की रफ्तार भी तेज होगी। व्यापारियों, छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को दोनों शहरों में आसानी से आने-जाने की सुविधा मिलेगी। साथ ही यह सड़क यमुना के दोनों ओर बसे गांवों को भी नई पहचान देगी।
प्रशासन की सक्रियता से मिली सफलता
गौर करने वाली बात यह भी है कि प्रशासन और किसानों के बीच संवाद और समझदारी ने इस परियोजना को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। डीएम कार्यालय से लेकर पीडब्ल्यूडी और तहसील प्रशासन तक सभी ने मिलकर किसानों को योजना की उपयोगिता समझाई और मुआवजा प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से लागू किया।
भविष्य में और विकास की उम्मीद
यह सड़क परियोजना क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इससे न केवल यमुना पार के गांवों की कनेक्टिविटी सुधरेगी बल्कि नए निवेश और रियल एस्टेट विकास की संभावनाएं भी खुलेंगी। साथ ही यह NCR क्षेत्र के ट्रैफिक दबाव को भी कम करने में सहायक बनेगी।
विकास की रफ्तार को मिली नई दिशा
गौतमबुद्ध नगर से फरीदाबाद तक की सीधी सड़क का निर्माण अब नजदीक दिखाई दे रहा है। मंझावली पुल के दोनों ओर सड़क बन जाने के बाद न केवल दोनों राज्यों के बीच संपर्क मजबूत होगा बल्कि यह पूरा क्षेत्र विकास के नए युग में प्रवेश करेगा। उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ महीनों में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और लोग जल्द ही इस सड़क पर सफर कर सकेंगे।