New Ring Road: भारतमाला परियोजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी सड़क और राजमार्ग विकास पहल है, जिसका उद्देश्य देश की सड़क नेटवर्क को मजबूती देना और यात्रा के साथ-साथ माल ढुलाई को आसान बनाना है. हरियाणा में, इस परियोजना के तहत अंबाला रिंग रोड का निर्माण शुरू होने जा रहा है जो न केवल ट्रैफिक की समस्या को हल करेगा बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.
अंबाला रिंग रोड की विशेषताएं
यह रिंग रोड 40 किलोमीटर लंबी होगी और अंबाला छावनी से होकर कई प्रमुख गांवों और मार्गों से गुजरेगी. इस परियोजना के लिए 600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है, जिसमें से 657 एकड़ भूमि किसानों से ली गई है. इस परियोजना से शहर के अंदर यातायात दबाव कम होगा, और लोग शहर के भीतर घुसने की बजाय सीधे अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे.
विशेष संरचनाएं
अंबाला रिंग रोड के निर्माण में दो रेलवे ओवरब्रिज और तीन फ्लाईओवरों का भी निर्माण किया जाएगा. इन ओवरब्रिजों से रेलवे ट्रैक के पार होने वाली रुकावटें दूर होंगी और यातायात की गति में सुधार होगा. फ्लाईओवरों के निर्माण से उन स्थानों पर ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा, जहां अधिक भीड़ होती है. इससे दुर्घटनाओं का जोखिम भी घटेगा और यात्रा समय में कमी आएगी.
गांवों से गुजरने वाली रिंग रोड
यह रिंग रोड अंबाला और इसके आसपास के कई गांवों से होकर निकलेगी, जैसे लोहगढ़, बलाना, याकुबपुर, बहबलपुर और कई अन्य. इसके साथ ही, कुछ गांव पंजाब राज्य से भी जुड़े होंगे, जिससे पंजाब और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा. रिंग रोड के निर्माण के साथ ही, इस क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
सड़क का फायदा
अंबाला रिंग रोड का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह शहर के भीतर ट्रैफिक की भीड़ को कम करेगी और लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को बिना शहर में घुसे अपनी मंजिल तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई यात्री जगाधरी से अं
बाला होकर अमृतसर जा रहा है, तो उसे अब शहर के अंदर घुसने की आवश्यकता नहीं होगी. इसके अलावा, रिंग रोड पांच प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ी होगी, जिससे हरियाणा और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा.