FNG Expressway: दिल्ली-एनसीआर के भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम से परेशान लोगों के लिए FNG एक्सप्रेसवे (Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway) एक बार फिर से उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है। नोएडा प्राधिकरण और हरियाणा PWD की हाल ही में हुई बैठक के बाद इस अपेक्षित प्रोजेक्ट पर एक बार फिर से काम शुरू करने की तैयारी है। इस बैठक में बताया गया कि एक्सप्रेसवे का सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है और जल्द ही निर्माण प्रक्रिया दोबारा शुरू होगी।
FNG एक्सप्रेसवे की नई योजना मिलेगा नया पुल यमुना नदी पर
इस परियोजना की नई डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) में तीन अलग-अलग मार्ग (Alignment) बनाए गए हैं। इनमें से किसी एक को PWD मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा, जो नोएडा के मंगरोली गांव को फरीदाबाद के लालपुर गांव से जोड़ेगा।
FMDA ने भेजा अधिकारिक पत्र वर्ष के अंत तक काम शुरू होगा
फरीदाबाद मेट्रो डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) ने नोएडा प्राधिकरण को अधिकारिक पत्र भेजकर पुष्टि की है कि इस साल के अंत तक FNG प्रोजेक्ट पर पूरी तरह से काम शुरू कर दिया जाएगा। लंबे समय से अटके इस प्रोजेक्ट की रफ्तार अब बढ़ने की उम्मीद है।
गाजियाबाद से जुड़ेगा एलिवेटेड लूप छिजारसी से शुरू होगा मार्ग
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अनुसार FNG एक्सप्रेसवे नोएडा के छिजारसी से मंगरोली तक बनेगा। छिजारसी के पीछे NH-9 पर एक एलिवेटेड लूप बनाया जाएगा जिससे इसे गाजियाबाद से जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त, 650 मीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक भी प्रस्तावित है जो छिजारसी कट से बहलोलपुर अंडरपास तक जाएगा। इस निर्माण से ग्रामीण इलाकों को बिना बाधा पहुंच देने में मदद मिलेगी।
5.65 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड भी बनेगी
एलिवेटेड रोड सिर्फ छिजारसी तक सीमित नहीं रहेगी। आगे बढ़ते हुए, लगभग 14.5 किलोमीटर की दूरी पर एक और एलिवेटेड रोड प्रस्तावित है जिसकी लंबाई 5.65 किलोमीटर होगी। यह रोड हरनंदी के किनारे से होते हुए दादरी-सूरजपुर-छलेरा (DSC) रोड को पार करते हुए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तक जाएगी। यहां एक अंडरपास भी प्रस्तावित है जो ट्रैफिक को बिना रोक-टोक आगे बढ़ने की सुविधा देगा।
कहां से कहां तक जाएगा एक्सप्रेसवे ?
FNG एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई करीब 23 किलोमीटर होगी। यह रास्ता गाजियाबाद के NH-24 से शुरू होकर नोएडा के सेक्टर 112, 140, 168 होते हुए यमुना नदी पार फरीदाबाद के लालपुर गांव तक जाएगा।
यह एक्सप्रेसवे:
- गाजियाबाद
- नोएडा
- फरीदाबाद
को सीधे कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जो NCR के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
FNG एक्सप्रेसवे के बड़े फायदे NCR को मिलेगा नया ट्रैफिक राहत मार्ग
✅ दिल्ली पर से ट्रैफिक का दबाव होगा कम
एक्सप्रेसवे के पूरा होने से गाजियाबाद से फरीदाबाद जाने के लिए दिल्ली के रास्ते का उपयोग नहीं करना पड़ेगा। इससे दिल्ली में ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों में कमी आने की उम्मीद है।
✅ गुरुग्राम जाने का मिलेगा नया विकल्प
इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से नोएडा और गाजियाबाद से गुरुग्राम जाना भी पहले की तुलना में आसान हो जाएगा।
✅ ट्रैफिक का डायवर्जन मास्टर प्लान सड़कों पर राहत
कालिंदी कुंज, नोएडा की मास्टर प्लान सड़कों और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का दबाव भी कम होगा, जिससे डेली कम्यूटर को बड़ा फायदा मिलेगा।
✅ निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
FNG के आसपास के क्षेत्र, जैसे ग्रेटर नोएडा वेस्ट, ग्रेटर फरीदाबाद, अब तेजी से विकसित होंगे जिससे रियल एस्टेट और बिजनेस निवेश को भी फायदा पहुंचेगा।
ट्रैफिक समाधान की दिशा में बड़ा कदम
FNG एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली-NCR के बढ़ते ट्रैफिक और कनेक्टिविटी समस्याओं का प्रभावी समाधान साबित होगा। यह न केवल एक नई परिवहन धारा को जन्म देगा, बल्कि NCR के तीन प्रमुख शहरों के बीच के यात्रा समय और दूरी दोनों को घटाएगा।
NCR को मिलेगी नई जीवन रेखा
FNG एक्सप्रेसवे को यदि तय समय पर पूरा कर लिया जाता है तो यह नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद के लाखों नागरिकों के लिए किसी लाइफलाइन से कम नहीं होगा। इस परियोजना से न केवल आवागमन तेज होगा, बल्कि विकास, रोजगार और निवेश की नई संभावनाएं भी खुलेंगी।