Cow Farming: गुजरात के अमरेली जिले के दामनगर में पशुपालक प्रदीपभाई परमार ने पशुपालन को अपने जीवन का मुख्य व्यवसाय बनाया है. उनके पास एक कांकरेज गाय है जो 2 लाख रुपये कीमत (Gir Cow Value) की है. इस गाय की खासियत यह है कि यह रोजाना 14 लीटर दूध देती है जिससे प्रदीपभाई की आय में काफी इजाफा होता है. इस सफलता की कहानी में हम देखेंगे कि कैसे एक गाय ने उनके परिवार की किस्मत बदल दी.
गिर गाय की विशेषताएँ और उनका महत्व
गिर गाय, जो कि पांच साल की है और दो बार बछड़े को जन्म दे चुकी है, इसकी लंबाई 7 फीट और ऊंचाई 4.4 फीट है. इस गाय के दूध में चार प्रतिशत फैट होता है और इसकी कीमत प्रति लीटर 70 से 100 रुपये तक होती है (Gir Cow Milk Value). इस गाय की खासियत इसे अन्य नस्लों से अलग करती है और इसके दूध की मांग बाजार में अधिक रहती है.
गाय की देखभाल और खान-पान
प्रदीपभाई अपनी गाय को रोजाना पांच किलो सूखा चारा और सात किलो हरा चारा देते हैं. इसके अलावा सुबह और शाम को दो-दो किलो खली भी दी जाती है (Cow Nutrition). यह उचित पोषण गाय को स्वस्थ रखने में मदद करता है और दूध उत्पादन को बढ़ाता है.
गाय से होने वाली आय
इस गिर गाय से प्रदीपभाई को महीने में 30 से 40 हजार रुपये का दूध उत्पादन होता है, जिससे उनकी कुल कमाई लाखों में होती है (Monthly Income from Dairy). यह आय उन्हें अपने परिवार का समर्थन करने और अपने पशुपालन व्यवसाय को और भी बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है.
गुजरात के विभिन्न पशुपालक और उनकी गायें
गुजरात में विभिन्न प्रकार की गायें पाई जाती हैं लेकिन गिर गाय अपनी उच्च क्वालिटी के दूध और अच्छी सेहत के लिए प्रसिद्ध है (Famous Gir Cows of Gujarat). दामनगर के पशुपालकों के पास मौजूद यह गाय न केवल उन्हें दूध उत्पादन से अच्छी आय प्रदान करती है बल्कि इससे उनका सामाजिक दर्जा भी बढ़ता है.
प्रदीपभाई परमार का पशुपालन करियर
प्रदीपभाई ने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है और वर्तमान में पूरे भारत में गिर गाय का व्यापार करते हैं (Pradeepbhai’s Dairy Business). उनकी व्यावसायिक सफलता ने न केवल उन्हें आर्थिक रूप से स्थापित किया है बल्कि अन्य पशुपालकों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बने हैं.