Toll Plaza: हरियाणा सरकार ने पुन्हाना-जुरहेड़ा रोड पर स्थित वाणिज्यिक टोल प्लाजा-42 को बंद करने का निर्णय लिया है, जिससे 17 फरवरी 2025 की रात 12 बजे से इस रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी. यह कदम उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा के निर्देशानुसार उठाया गया है, जिसका मकसद सड़क यात्रा को और अधिक सुगम और किफायती बनाना है.
टोल प्लाजा बंद होने के पीछे की वजहें और उसके फायदे
मेसर्स ए.एस. मल्टीपर्पज सर्विसेज के साथ 18 महीने का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त होने के बाद इस टोल प्लाजा को बंद किया जा रहा है. इस फैसले से न केवल स्थानीय यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि दैनिक आवागमन में भी सुविधा होगी. इस टोल के बंद होने से वाहन चालकों को बार-बार टोल टैक्स देने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी, जिससे उनकी यात्रा का खर्च कम होगा और समय की बचत होगी.
टोल-मुक्त यात्रा का सामाजिक और आर्थिक असर
इस रूट पर टोल फ्री होने से न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ होगा, बल्कि व्यापारियों, पर्यटकों और अन्य यात्रियों को भी सहायता मिलेगी. इससे क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, क्योंकि लोग अधिक बार यात्रा करने को प्रोत्साहित होंगे. टोल फ्री होने से राजस्थान और हरियाणा के बीच की आवाजाही अधिक सुलभ और अधिक आम हो जाएगी.
आसपास के रोडवर्क्स और उनके विकास पर असर
इस टोल प्लाजा के बंद होने के साथ ही, गुरुग्राम-अलवर मार्ग पर चौड़ीकरण के प्रोजेक्ट की भी योजना बनाई गई है. यह रोडवर्क न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि यातायात के प्रवाह को भी सुधारेगा, जिससे यात्रा करना और भी सुखद और सुरक्षित हो जाएगा.