Wilmars Food Processing Plant: हरियाणा के बेरोजगार युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड ने राज्य के सोनीपत में अपना फूड प्रोसेसिंग प्लांट शुरू कर दिया है. इस परियोजना को लगभग 1300 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित किया गया है. जिससे राज्य के विकास में एक नई दिशा मिलेगी. अडानी विल्मर की यह पहल न केवल खाद्य उत्पादन क्षेत्र में क्रांति लाएगी. बल्कि हजारों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी.
सोनीपत में खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र की शुरुआत
अडानी विल्मर लिमिटेड ने सोनीपत के गोहाना में अपने एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र में परिचालन शुरू कर दिया है. यह प्लांट देश के सबसे बड़े खाद्य प्रसंस्करण परिसरों में से एक माना जा रहा है. कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि इस संयंत्र का निर्माण प्रारंभिक सार्वजनिक निगम (IPO) से प्राप्त 1,298 करोड़ रुपये की पूंजी से किया गया है. इस परियोजना की शुरुआत से न केवल प्रदेश के आर्थिक विकास में तेजी आएगी. बल्कि यहां रहने वाले लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे.
रोजगार के लिए द्वार खोले
अडानी विल्मर के इस नए प्लांट से हरियाणा के सोनीपत क्षेत्र में लगभग 2000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे. यह रोजगार युवाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो बेरोजगार हैं या जिनके पास कृषि आधारित कार्यों के अलावा अन्य रोजगार के अवसर नहीं हैं. इस प्लांट के निर्माण से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और लोगों को बेहतर जीवन यापन के अवसर प्राप्त होंगे.
प्लांट की विशाल क्षमता
अडानी विल्मर के खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र का विस्तार 85 एकड़ भूमि में किया गया है और इसकी कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 6.27 लाख टन है. यह प्लांट प्रदेश में खाद्य उद्योग में एक नई क्रांति लेकर आएगा. कंपनी ने अपने संयंत्र में चावल, गेहूं का आटा, सूजी, रवा और मैदा जैसे खाद्य उत्पाद बनाने की योजना बनाई है. साथ ही सरसों का तेल, चावल की भूसी का तेल और कपास के बीज का तेल भी उत्पादन में होगा. इस परियोजना के जरिए कंपनी हर साल 4.5 लाख टन खाद्य उत्पाद और 2 लाख टन खाद्य तेल का उत्पादन करने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
खाद्य तेल और पशु आहार का उत्पादन
इसके अलावा इस प्लांट में पशु आहार के लिए सरसों डीओसी और राइसब्रान डीओसी जैसे उत्पाद भी बनाए जाएंगे. यह पहल कृषि आधारित उद्योगों के विकास को बढ़ावा देगी और कृषि उत्पादों के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करेगी. इस तरह से कंपनी न केवल खाद्य तेल उद्योग को सशक्त बनाएगी. बल्कि पशु आहार उत्पादों के उत्पादन से भी पशुपालन क्षेत्र को लाभ पहुंचेगा. यह पहल प्रदेश में कृषि से जुड़े अन्य उद्योगों को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी.
अडानी विल्मर की विस्तार योजनाएं
अडानी विल्मर लिमिटेड के इस नए प्लांट के उद्घाटन से कंपनी की विस्तार योजनाओं को भी बल मिलेगा. अडानी विल्मर की प्रमुख पहचान ‘फॉर्च्यून’ ब्रांड से है, जो खाद्य तेल, गेहूं का आटा और अन्य खाद्य उत्पादों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है. कंपनी का यह कदम न केवल राज्य में खाद्य उद्योग को बढ़ावा देगा, बल्कि पूरे देश में इसके उत्पादों की पहुंच को भी विस्तार देगा. पिछले महीने अडानी समूह ने अडानी विल्मर से बाहर निकलने की घोषणा की थी. लेकिन इस फैसले के बाद भी कंपनी ने अपने विस्तार योजनाओं को गति दी है और अब हरियाणा में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है.
राज्य में निवेश और विकास को बढ़ावा
इस परियोजना से राज्य में निवेश का प्रवाह बढ़ेगा. जो हरियाणा को औद्योगिक रूप से और मजबूत बनाएगा. इसके अलावा, यह परियोजना स्थानीय व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी. जिससे छोटे उद्योगों को भी लाभ होगा. स्थानीय बाजारों में नए उत्पादों की उपलब्धता और उनकी मांग में भी वृद्धि होने की संभावना है. इसके अलावा इस प्लांट के माध्यम से रोजगार के कई अवसर भी उत्पन्न होंगे. जिससे बेरोजगारी की समस्या में कमी आ सकती है.