Elevated Road: बल्लभगढ़ से गुरुग्राम तक की यात्रा अब और आसान होने वाली है. हरियाणा सरकार ने बल्लभगढ़ आरओबी सेक्टर-25 से पाली टी पॉइंट तक 10 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाने की मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री ने एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सतीश फागना की मांग पर इस महत्वपूर्ण परियोजना को स्वीकृति दी. इस परियोजना से बल्लभगढ़ और एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के लाखों लोगों को फायदा मिलेगा.
फ्लाईओवर निर्माण की प्रक्रिया शुरू
मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद, इस परियोजना से संबंधित पत्र पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) को भेजा गया है. अब अधिकारी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाएंगे. पीडब्ल्यूडी ने कंसल्टेंट नियुक्त कर डीपीआर बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है.
जाम की समस्या होगी खत्म
बल्लभगढ़ से एनआईटी तक का मार्ग अक्सर जाम से प्रभावित रहता है. यह मार्ग गौंछी, जीवन नगर और सुरूरपुर होते हुए पाली टी पॉइंट तक जाता है. इस 10 किलोमीटर के रास्ते में कई जगहों पर भारी ट्रैफिक रहता है. खासकर सोहना टी पॉइंट सेक्टर-55 कट और गौंछी कट पर रोजाना सुबह-शाम लंबा जाम लगता है. इसके अलावा सुरूरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में भारी वाहनों के कारण भी यातायात बाधित होता है.
हर रोज बर्बाद हो रहा एक से डेढ़ घंटा
इस रूट से हर दिन 25,000 से ज्यादा वाहन गुजरते हैं. सामान्यतः 15 मिनट में पूरा होने वाला यह सफर एक से डेढ़ घंटे तक खिंच जाता है. इसलिए एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण बेहद जरूरी था. इस परियोजना से लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी और बल्लभगढ़ से गुरुग्राम तक सीधी कनेक्टिविटी बन जाएगी.
गुड़गांव के लिए अब तीन रास्ते
इस नए फ्लाईओवर के बनने से गुड़गांव जाने के लिए बल्लभगढ़ के पास तीन मुख्य मार्ग होंगे:
- सेक्टर-25 से पाली टी पॉइंट एलिवेटेड फ्लाईओवर (नया प्रस्तावित मार्ग)
- बाटा और बड़खल रूट (फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डिवेलपमेंट अथॉरिटी द्वारा प्रस्तावित ईस्ट-टू-वेस्ट कनेक्टिविटी)
- ग्रेटर फरीदाबाद से गुड़गांव का संपर्क मार्ग
परियोजना से क्या होगा फायदा?
- यात्रा का समय बचेगा – ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और सफर तेज होगा.
- व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा – बल्लभगढ़ और एनआईटी क्षेत्र के उद्योगों को फायदा होगा.
- सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होगी – एलिवेटेड फ्लाईओवर से दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी.
- पर्यावरण को फायदा होगा – जाम से बचाव के कारण ईंधन की खपत कम होगी और प्रदूषण घटेगा.