Uttar Pradesh Natural Farming: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती को एक नई दिशा देने के लिए 270.62 करोड़ रुपए की धनराशि आवंटित की है। यह निधि राज्य में प्राकृतिक खेती के विस्तार और समर्थन के लिए प्रयोग की जाएगी, जिसमें गंगा और अन्य स्थानीय नदियों के किनारों पर 5-5 किलोमीटर के दायरे में खेती को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जाएगा।
क्षेत्रीय विकास के लिए प्राकृतिक खेती
इस नीति के अंतर्गत, 1886 क्लस्टर बनाने की योजना है, जिसमें सिर्फ प्राकृतिक विधियों से खेती की जाएगी। यह पहल न केवल खेती को सुरक्षित बनाएगी बल्कि पर्यावरणीय संतुलन को भी बढ़ावा देगी। गंगा और अन्य नदियों के किनारे की मिट्टी में रासायनिक मुक्त खेती से जलीय प्रदूषण को कम किया जा सकेगा।
योगी सरकार की पर्यावरण के प्रति सजगता
योगी सरकार ने इस पहल के माध्यम से न केवल कृषि विकास को नई दिशा दी है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी महत्व दिया है। प्राकृतिक खेती से न सिर्फ फसलों की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि भूमि की उपजाऊ बनाने में भी मदद मिलेगी, जिससे बहुत जायदा लाभ होगा।
जैविक कृषि कुंभ और प्राकृतिक खेती
गंगा के किनारे के गांवों को जैविक खेती के लिए विशेष रूप से आरक्षित करने की मांग उठी है, जिसे नवंबर 2017 में आयोजित जैविक कृषि कुंभ में व्यक्त किया गया था। यह प्रस्तावित बदलाव इस क्षेत्र की उर्वरता को बढ़ाने और स्थानीय कृषि प्रणाली को मजबूत करने में मदद करेगा।