Padma Award: हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार उन लोगों को सम्मानित करती है. जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है. इस साल भी केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार 2025 के लिए 25 जनवरी को नामों की घोषणा कर दी. इन पुरस्कारों में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री शामिल हैं.
क्या पद्म पुरस्कारों के साथ मिलती है कोई इनामी राशि?
कई लोग सोचते हैं कि पद्म पुरस्कार के साथ इनामी राशि भी दी जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है. पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कारों के साथ किसी भी तरह की धनराशि नहीं दी जाती है. सम्मानित व्यक्तियों को राष्ट्रपति द्वारा एक प्रमाण पत्र और एक पदक दिया जाता है. यह पुरस्कार पूरी तरह से एक मानद (honorary) सम्मान है, जो व्यक्ति की उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए दिया जाता है.
क्या सरकार कभी पद्म पुरस्कार वापस ले सकती है?
पद्म पुरस्कार केवल एक सम्मान होता है, यह कोई उपाधि (Title) नहीं होती. इसका मतलब यह है कि सम्मानित व्यक्ति अपने नाम के आगे ‘पद्मश्री’, ‘पद्म भूषण’ या ‘पद्म विभूषण’ नहीं लिख सकते. अगर कोई व्यक्ति अपने नाम के आगे इस पुरस्कार का उपयोग करता है या इसका दुरुपयोग करता है, तो सरकार को पूरा अधिकार है कि वह यह सम्मान वापस ले सकती है.
कैसे चुने जाते हैं पद्म पुरस्कार विजेता?
पद्म पुरस्कारों के लिए किसी भी व्यक्ति का नाम सरकार द्वारा सीधे तय नहीं किया जाता, बल्कि इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया होती है. कोई भी व्यक्ति या संगठन किसी योग्य व्यक्ति का नाम सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से नामांकित कर सकता है. फिर एक विशेष कमेटी इन नामांकनों की समीक्षा करती है और अंतिम सूची तैयार करती है. इसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है.
पद्म पुरस्कार पाने वाले कौन लोग होते हैं?
पद्म पुरस्कार उन्हीं लोगों को दिए जाते हैं जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा करते हैं और किसी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देते हैं. इनमें कलाकार, वैज्ञानिक, लेखक, शिक्षक, समाजसेवी, डॉक्टर, खेल जगत के सितारे, पत्रकार, पर्यावरणविद, संगीतकार, और अन्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हो सकते हैं.
पद्म पुरस्कारों का इतिहास और महत्व
पद्म पुरस्कारों की शुरुआत 1954 में हुई थी. तब से लेकर अब तक हजारों लोग इस सम्मान से नवाजे जा चुके हैं. पद्म पुरस्कारों को मिलने से समाज में व्यक्ति की पहचान और प्रतिष्ठा बढ़ती है. यह न केवल उस व्यक्ति की उपलब्धियों को सम्मान देता है. बल्कि बाकी लोगों को भी प्रेरित करता है कि वे अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करें.