Credit Score: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जिससे होम लोन की ब्याज दरें कम होने की उम्मीद जागी है. यह फैसला विशेष रूप से उन ग्राहकों के लिए राहत भरा हो सकता है जो नया घर खरीदने की सोच रहे हैं.
होम लोन लेने का सही समय
अगर आप नया घर खरीदने के लिए होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इस समय थोड़ा और इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है. बैंकों को रेपो रेट में कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने में आमतौर पर कुछ समय लगता है. अगले कुछ हफ्तों में बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कमी की घोषणा संभव है, जिससे आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकेगा.
होम लोन के लिए क्रेडिट स्कोर का महत्व
होम लोन प्राप्त करने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर बेहद महत्वपूर्ण होता है. यह स्कोर दिखाता है कि आप अपने वित्तीय दायित्वों को किस प्रकार से संभालते हैं. एक उच्च क्रेडिट स्कोर, जैसे कि 750 या उससे अधिक, आपको कम ब्याज दर पर लोन दिलाने में मदद कर सकता है.
क्रेडिट स्कोर और लोन पास होने की संभावना
- 750 से ज्यादा: आसानी से लोन मंजूरी और कम ब्याज दर.
- 700 से 749: लोन मिलने की अच्छी संभावना है, लेकिन ब्याज दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है.
- 650 से 699: लोन मिल सकता है, लेकिन शर्तें कड़ी होंगी और ब्याज दर ज्यादा होगी.
- 650 से कम: लोन मिलना मुश्किल, बैंक को-एप्लिकेंट या ज्यादा डाउन पेमेंट की मांग कर सकता है.
होम लोन पाने के लिए टिप्स
- नियमित इनकम सोर्स दिखाएं: अगर आप सैलरीड हैं, तो सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट और इनकम टैक्स रिटर्न जैसे डॉक्यूमेंट जमा करें.
- क्रेडिट स्कोर सुधारें: समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट करें, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल 30% से कम रखें, और एक साथ कई लोन के लिए आवेदन से बचें.
- ज्यादा डाउन पेमेंट करें: अगर संभव हो तो 20-30% तक डाउन पेमेंट करने पर बैंक आपको आसानी से लोन देगा और ब्याज दर भी कम हो सकती है.
- को-एप्लिकेंट के साथ अप्लाई करें: अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो किसी परिवार के सदस्य के साथ मिलकर लोन के लिए आवेदन करें.
- लंबे पीरियड के लिए लोन लें: अगर लोन का पीरियड 20-25 साल रखा जाए, तो EMI कम हो जाएगी, जिससे बैंक को आपके लोन चुकाने की क्षमता पर ज्यादा भरोसा होगा.