School Holiday: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के चलते जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और निजी विद्यालयों को 13 से 15 जनवरी तक बंद रखने के (School Holiday) आदेश दिए हैं. यह आदेश सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य बोर्ड से मान्यता प्राप्त हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के सभी स्कूलों पर लागू होगा.
आदेश का उल्लंघन करने पर होगी सख्त कार्रवाई
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस आदेश की (School Holiday) अवहेलना करने वाले स्कूलों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का यह कदम बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है. क्योंकि ठंड के मौजूदा हालात में सुबह स्कूल आना छात्रों के लिए खतरनाक हो सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ ने बदला मौसम का मिजाज
गोरखपुर और आसपास के इलाकों में ठंड बढ़ने का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता है. मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार पश्चिमोत्तर भारत में हो रही बर्फबारी और पछुआ हवाओं के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में ठंड का प्रभाव और तेज हो गया है. पिछले दो दिनों की बूंदाबांदी और बादलों ने तापमान को गिरा दिया है, जिससे ठंड का प्रकोप और बढ़ गया है.
गिरता पारा और बर्फीली हवाएं
मौसम विभाग के अनुसार, गोरखपुर का न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है. अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. हालांकि हवा में बढ़ी आर्द्रता के कारण यह ठंड और अधिक महसूस हो रही है. बर्फीली पछुआ हवाओं ने पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है. जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंड का यह सिलसिला अभी अगले तीन से चार दिनों तक जारी रहेगा. दो दिन में एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है. जिससे जनवरी के दूसरे पखवाड़े तक ठंड अपने चरम पर रह सकती है. लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करने के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है.
बच्चों और बुजुर्गों पर ठंड का ज्यादा असर
ठंड और शीतलहर के चलते बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत है. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में गर्म कपड़ों का उपयोग करें और खानपान पर ध्यान दें. ठंड के कारण बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले भोजन और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें.
स्कूल बंद के दौरान पढ़ाई का प्लान
स्कूलों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो सकती है, लेकिन ऑनलाइन क्लास और होमवर्क के माध्यम से इसे रोका जा सकता है. अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को ठंड से बचाने के साथ-साथ उनकी पढ़ाई का ध्यान रखें. बच्चे इस समय का उपयोग अपनी रुचियों और अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियों के लिए भी कर सकते हैं.
शहर में जनजीवन प्रभावित
ठंड और कोहरे ने गोरखपुर में जनजीवन को काफी हद तक प्रभावित किया है. सड़क और रेल यातायात बाधित हो रहा है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग बेहद जरूरी कामों के लिए ही घर से बाहर निकल रहे हैं. बाजारों में भीड़ कम हो गई है, और सार्वजनिक स्थलों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
ठंड से बचने के उपाय
ठंड और शीतलहर से बचाव के लिए प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. गर्म कपड़े पहनें, बाहर जाते समय मफलर और टोपी का उपयोग करें. घर में हीटर का सही उपयोग करें, लेकिन वेंटिलेशन का ध्यान रखें. बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए गर्म पानी और सूप जैसे पेय पदार्थों का सेवन कराएं.