DA Hike in UP: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बार फिर राज्य के लाखों कर्मचारियों को राहत देते हुए महंगाई भत्ते (DA) में इजाफा किया है। सरकार ने महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की वृद्धि करने का आदेश जारी कर दिया है, जो 1 जनवरी 2025 से प्रभावी माना जाएगा। इस फैसले से सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के बीच जबरदस्त खुशी देखने को मिल रही है।
महंगाई भत्ता बढ़ाकर हुआ 55 फीसदी
सरकारी कर्मचारियों को पहले से 53 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा था, जो अब बढ़कर 55 प्रतिशत हो जाएगा। बता दें कि पिछली बार अक्टूबर 2024 में दीपावली के मौके पर राज्य सरकार ने 3 फीसदी डीए बढ़ाया था, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हुआ था। इस बार नए साल की शुरुआत से ही कर्मचारियों को बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा।
केंद्र सरकार के फैसले के बाद उठाया गया कदम
केंद्र सरकार ने हाल ही में अपने कर्मचारियों के लिए डीए में बढ़ोतरी की थी। उसी के बाद से यह उम्मीद जताई जा रही थी कि उत्तर प्रदेश सरकार भी जल्द ही इस पर फैसला लेगी। अब सरकार के आदेश के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि योगी सरकार ने केंद्र की राह पर चलते हुए कर्मचारियों के हित में यह बड़ा कदम उठाया है।
16 लाख कर्मचारियों और 12 लाख पेंशनर्स को होगा लाभ
राज्य सरकार के इस फैसले से करीब 16 लाख सरकारी कर्मचारियों को सीधा फायदा मिलेगा। इसके अलावा 12 लाख से अधिक पेंशनर्स को भी इसका लाभ मिलेगा, जिससे उनके मासिक पेंशन में वृद्धि होगी। यह फैसला महंगाई से जूझ रहे कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए राहत की खबर बनकर आया है।
साल की शुरुआत में आर्थिक राहत
महंगाई के दौर में जब आवश्यक वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, तब यह डीए वृद्धि आर्थिक राहत के तौर पर सामने आई है। इस बढ़ोतरी से न सिर्फ कर्मचारियों की जेब में अतिरिक्त राशि पहुंचेगी, बल्कि यह बाजार में खरीदारी बढ़ाकर राज्य की अर्थव्यवस्था को भी गति दे सकती है।
पिछले एक साल में दूसरी बार बढ़ा डीए
अगर देखा जाए तो पिछले एक साल के भीतर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दूसरी बार डीए में बढ़ोतरी की गई है। पहले दीपावली से पहले और अब नए साल की शुरुआत में। इससे सरकार के कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक रवैये का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सरकार के आदेश की आधिकारिक पुष्टि
राज्य सरकार की ओर से जारी आधिकारिक अधिसूचना में बताया गया है कि महंगाई भत्ते की 2 प्रतिशत की यह बढ़ोतरी जनवरी 2025 से प्रभावी मानी जाएगी और इसका लाभ फरवरी या मार्च के वेतन में कर्मचारियों को मिलेगा। साथ ही यह पेंशनधारकों की पेंशन में भी जुड़कर मिलेगा।
कर्मचारियों में खुशी की लहर
इस फैसले के बाद विभिन्न कर्मचारी संगठनों और यूनियनों की ओर से सरकार का धन्यवाद किया जा रहा है। सोशल मीडिया और कार्यालय परिसरों में चर्चा का विषय बन चुका यह फैसला कर्मचारियों के लिए नई ऊर्जा लेकर आया है। कई कर्मचारियों ने इसे “नए साल का सच्चा तोहफा” बताया है।
राज्य के बजट पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि डीए बढ़ोतरी से राज्य सरकार पर सालाना हजारों करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, लेकिन सरकार ने जनता और कर्मचारियों के हित को प्राथमिकता देते हुए यह आर्थिक दबाव सहने का फैसला लिया है। इसके पीछे सरकार की मंशा कर्मचारियों को महंगाई के इस दौर में राहत देना है।
क्या है महंगाई भत्ता (DA) ?
महंगाई भत्ता वह राशि होती है जो सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई के असर को संतुलित करने के लिए देती है। इसका निर्धारण आमतौर पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित होता है और इसमें समय-समय पर संशोधन किया जाता है।
क्या आगे और बढ़ेगा डीए ?
फिलहाल, डीए 55 फीसदी तक पहुंच चुका है और भविष्य में भी इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। यदि महंगाई का स्तर ऊपर जाता है, तो आने वाले महीनों में एक बार फिर डीए रिव्यू किया जा सकता है। कर्मचारियों को उम्मीद है कि सरकार aane wale तिमाही में भी इसी तरह से राहत देगी।
कर्मचारियों और पेंशनर्स को राहत
योगी सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी करना न केवल कर्मचारियों के लिए आर्थिक सहारा है, बल्कि सरकार के सकारात्मक पहलू को भी दर्शाता है। इस फैसले से लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स को राहत मिलेगी और उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। आने वाले समय में सरकार की ऐसी ही जन-हितकारी नीतियों की उम्मीद जनता करती है।