इन रेल्वे स्टेशनों का नाम पढ़ने में भी आएगी शर्म, घरवालों के सामने मत बोल देना वरना शर्म से हो जाएंगे लाल Railway Station Name

Railway Station Name: भारतीय रेलवे को देश की जीवनरेखा कहा जाता है. यह न सिर्फ भारत के कोने-कोने को जोड़ता है, बल्कि इसका विशाल नेटवर्क दुनिया में चौथे नंबर पर आता है. इसकी रेल पटरियां देश के हर हिस्से के छोटे बड़े शहरों से लेकर गाँवों तक पहुँचती हैं.

रेलवे स्टेशनों के अनोखे नाम

रेल यात्रा के दौरान आपने कई स्टेशनों के नाम पढ़े होंगे, जिनमें से कुछ बेहद अनोखे और रोचक (interesting station names) होते हैं. कुछ नाम ऐसे हैं जो इतिहास में दर्ज हैं, तो कुछ अपनी अजीबता के लिए जाने जाते हैं. ये नाम अक्सर यात्रियों के बीच चर्चा का विषय बन जाते हैं.

दिलचस्प नामों के पीछे की कहानियाँ

उदाहरण के लिए, कर्नाटक के एक गांव के पास स्थित ‘कुत्ता’ रेलवे स्टेशन (Kutta Railway Station) प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. इसी तरह, ‘हलकट्टा’ रेलवे स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, जबकि ‘फफूंद’ स्टेशन (Phaphund Station) अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण विख्यात है. इन स्टेशनों के नाम न केवल चर्चा का विषय होते हैं बल्कि कई बार यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान भी ला देते हैं.

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नामकरण की अनोखी प्रथा

भारतीय रेलवे के स्टेशनों के नामकरण (naming conventions) में एक विशेष परंपरा नजर आती है. कई बार ये नाम स्थानीय संस्कृति, इतिहास या फिर किसी विशेष घटना के सम्मान में दिए जाते हैं. जैसे ‘टिटवाला’ स्टेशन (Titwala Station) मुंबई के पास एक प्रसिद्ध स्टेशन है जो कल्याण से कसारा के बीच में स्थित है.

सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक स्टेशन

‘कामागाटा मारू बज बज’ और ‘पनौती’ जैसे स्टेशन (Panauti Station) भी हैं जो अपने नाम के कारण विशेष रूप से जाने जाते हैं. इन स्टेशनों के नाम भारतीय रेलवे की सांस्कृतिक विरासत (cultural heritage) को दर्शाते हैं और यात्रियों के बीच विविधता और एकता की भावना को मजबूत करते हैं.

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