Gold Silver Price: पिछले कुछ सालों में चांदी ने सोने की तुलना में अधिक मुनाफा दिया है. जहां पिछले पांच वर्षों में सोने की कीमतों में लगभग 106% की बढ़ोतरी हुई वहीं चांदी ने लगभग 178% का रिटर्न दिया है. इस दौरान चांदी की कीमतों में बड़ा उछाल आया है जिससे निवेशकों का रुझान इसकी ओर बढ़ा है.
चांदी की कीमत में बढ़ोतरी के प्रमुख कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं. प्रमुख कारणों में से एक है वैश्विक मांग में बढ़ोतरी खासकर औद्योगिक उपयोग में इसकी बढ़ती जरूरत. इसके अलावा, कम ब्याज दरों की उम्मीदें और चीन से मांग में सुधार भी कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं. इन सभी कारणों से चांदी के दामों में तेजी आई है.
सोने और चांदी की कीमत
सोने के मुकाबले चांदी ने अधिक तेजी दिखाई है. सोने की चाल के साथ-साथ चांदी की भी रफ्तार बढ़ी है, लेकिन चांदी ने इस दौरान अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अधिक मुनाफा दिया है. हाल ही में, सोने ने 3,000 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार किया, जबकि चांदी ने भी इसी तर्ज पर अपनी रफ्तार बनाए रखी है.
चांदी की मांग और इसके वैश्विक परिदृश्य
चांदी की मांग में वृद्धि का एक बड़ा कारण औद्योगिक उपयोग है, जिसमें इसकी जरूरत बढ़ रही है. नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों में इसकी बढ़ती मांग से चांदी की कीमतें और बढ़ गई हैं. इसके अलावा, कोरोना महामारी के बाद भी चांदी की मांग ने तेजी पकड़ी है, जिससे इसकी कीमतों में स्थिरता आई है.
भविष्य की उम्मीदें और निवेश के अवसर
विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी में निवेश करने वालों को ज्यादा सहनशक्ति रखनी चाहिए क्योंकि इसकी कीमतें काफी अस्थिर होती हैं. लेकिन, लंबे समय में चांदी का निवेश लाभदायक साबित हो सकता है. निवेशकों के लिए एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स और वायदा अनुबंधों के माध्यम से चांदी में निवेश करने के अवसर हैं जिससे उन्हें बाजार की अस्थिरता का सामना करने का मौका मिलता है.