Haunted Railway Station: भारतीय रेल को अक्सर देश की जीवन रेखा कहा जाता है और यह विश्व के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है. रोज़ाना इस नेटवर्क पर चलने वाली हजारों ट्रेनें लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुँचाती हैं जो विभिन्न शहरों और गांवों को जोड़ती हैं. यह नेटवर्क न केवल आने जाने का माध्यम है बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ भी है.
भारत के अनसुलझे रहस्य
भारतीय रेलवे की यात्रा के दौरान अनेक रोमांचक और रहस्यमयी स्थल हैं, जिनमें से कुछ को ‘भूतिया’ (haunted stations) माना जाता है. इनमें से एक है पुरुलिया का बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन, जहां कथित तौर पर अलौकिक गतिविधियाँ होती हैं. इस स्टेशन पर 42 साल तक कोई ट्रेन नहीं रुकी थी और यहाँ रात के समय अजीबोगरीब आवाजें सुनी जा सकती हैं.
भूतिया रेलवे स्टेशनों की पुरानी कथाएँ
भारत के कई अन्य भूतिया स्टेशनों में प्रयागराज के नैनी जंक्शन, मुंबई के मुलुंड स्टेशन, और हिमाचल प्रदेश के कालका-शिमला रूट पर स्थित बड़ोग स्टेशन शामिल हैं. ये स्थान न केवल यात्रियों को आकर्षित करते हैं बल्कि पर्यटकों के बीच भी अपनी रहस्यमयी कहानियों (mysterious stories) के लिए प्रसिद्ध हैं.
कोलकाता का रवींद्र सरोबर मेट्रो स्टेशन
कोलकाता में रवींद्र सरोबर मेट्रो स्टेशन भी इसी तरह की गूढ़ता से भरा पड़ा है. इस मेट्रो स्टेशन पर भी अजीबोगरीब घटनाएं और आवाजें सुनने को मिलती हैं, जिसके कारण इसे भूतिया स्टेशन (haunted metro station) के रूप में जाना जाता है. इन अज्ञात और अदृश्य शक्तियों की मौजूदगी ने इस स्थान को एक विशेष पहचान दिलाई है.
ये कहानियाँ और घटनाएँ भारतीय रेलवे के विस्तृत और विविध इतिहास का एक हिस्सा हैं, जो न केवल यात्रा के अनुभवों को समृद्ध करती हैं बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि कैसे ये रेलवे स्टेशन लोगों की कल्पनाओं और कहानियों में जीवित रहते हैं.