हर माता-पिता अपनी प्यारी बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्च को लेकर चिंतित रहते हैं। लेकिन अब इस चिंता को दूर करने का एक बेहद कारगर और भरोसेमंद तरीका है – भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)। अगर आप चाहते हैं कि आपकी बेटी का भविष्य आर्थिक रूप से सुरक्षित और मजबूत हो, तो यह योजना वाकई आपके लिए सबसे बेहतरीन विकल्पों में से एक साबित हो सकती है। इस योजना में निवेश करके आप न सिर्फ अपनी बेटी के बड़े खर्चों के लिए बचत की योजना बना सकते हैं, बल्कि बेहतरीन टैक्स छूट का लाभ भी उठा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू की गई एक खास छोटी बचत योजना है। इसे खास तौर पर बेटियों के सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें जमा की गई राशि पर सरकार द्वारा तय आकर्षक ब्याज दर मिलती है।
फिलहाल, यह योजना 8.2% की ब्याज दर दे रही है (सरकार द्वारा तिमाही आधार पर समीक्षा के बाद यह दर बदल सकती है)। आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत, आप ₹1.5 लाख तक के निवेश पर कर छूट का दावा कर सकते हैं। और सबसे बड़ा लाभ यह है कि अर्जित ब्याज और परिपक्वता पर प्राप्त पूरी राशि पूरी तरह से कर-मुक्त (EEE स्थिति) है। यह योजना उन अभिभावकों के लिए सबसे उपयुक्त है जिनकी बेटी 10 वर्ष से कम उम्र की है।
SSY खाता कैसे खोलें?
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलना बहुत आसान है। आप इसे किसी भी अधिकृत बैंक शाखा या डाकघर में जाकर खोल सकते हैं। खाता खोलने के लिए, आपको बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक (माता-पिता) का पहचान प्रमाण और पते का प्रमाण जैसे कुछ आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेजों के साथ, आपको SSY खाता खोलने का फॉर्म भरना और जमा करना होगा।
कितनी राशि जमा की जा सकती है?
SSY खाते में, आप एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख जमा कर सकते हैं। यह योजना काफी लचीली है, यानी आप अपनी सुविधा और आय के हिसाब से हर साल नियमित रूप से पैसा जमा कर सकते हैं। आपकी जमा की गई राशि पर मौजूदा उच्च ब्याज दर पर रिटर्न मिलेगा।
जमा अवधि और परिपक्वता
यह खाता खोलने की तिथि से 21 साल या बेटी की 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी तक (कुछ शर्तों के साथ) सक्रिय रहता है। हालाँकि, आपको खाता खोलने की तिथि से केवल पहले 15 वर्षों के लिए ही पैसा जमा करना होता है। उसके बाद, आपकी जमा की गई राशि अगले 6 वर्षों (21 वर्ष की अवधि पूरी होने तक) तक ब्याज अर्जित करती रहती है, भले ही आप आगे कोई जमा न करें। इससे आपके निवेश को बढ़ने के लिए अतिरिक्त समय मिलता है।
ऑनलाइन सुविधा की स्थिति
वर्तमान में, सुकन्या समृद्धि योजना खाता पूरी तरह से ऑनलाइन खोलने की सुविधा सीमित है। ज़्यादातर मामलों में, आपको मैन्युअल रूप से खाता खोलने के लिए बैंक या डाकघर जाना पड़ता है। हालाँकि, एक बार खाता खुल जाने के बाद, आप आसानी से नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के ज़रिए अपने SSY खाते में ऑनलाइन पैसे जमा करने के लिए एक स्थायी निर्देश सेट कर सकते हैं, जिससे आपको बार-बार शाखा में जाने से छुटकारा मिलेगा।
अगर SSY खाता डिफॉल्ट हो जाए तो क्या करें?
अगर किसी कारण से आप किसी साल में न्यूनतम ₹250 जमा नहीं कर पाते हैं, तो आपका SSY खाता ‘डिफ़ॉल्ट खाता’ बन सकता है। इसे फिर से चालू करने के लिए, आप डिफॉल्ट वाले साल के लिए ₹50 का जुर्माना और उस साल के बकाया के लिए न्यूनतम जमा राशि (₹250) का भुगतान करके इसे फिर से चालू कर सकते हैं। आप खाता खोलने की तारीख से पहले 15 वर्षों के भीतर कभी भी डिफॉल्ट खाते को फिर से चालू कर सकते हैं।
यह योजना न केवल वित्तीय लाभ प्रदान करती है, बल्कि आपकी बेटी के भविष्य के सपनों को साकार करने में भी मदद करती है। SSY की ब्याज दर आम तौर पर बाजार में उपलब्ध अन्य छोटी बचत योजनाओं से बेहतर होती है। इसके अलावा, पूरी तरह से कर छूट इसे और भी आकर्षक बनाती है। माता-पिता अपनी दो बेटियों के लिए दो अलग-अलग SSY खाते खोल सकते हैं। अगर दूसरे जन्म में जुड़वाँ या तीन बच्चे पैदा होते हैं, तो कुल तीन खाते भी खोले जा सकते हैं। यह छोटे-छोटे निवेशों के साथ लंबी अवधि में पर्याप्त बचत करने का एक शानदार तरीका है, जो आपकी बेटी की उच्च शिक्षा या शादी के लिए पर्याप्त धन सुनिश्चित कर सकता है।