हरियाणा में 1 तारीख से जमीन रजिस्ट्री नियमों में बदलाव, जाने आम जनता पर क्या पड़ेगा असर Haryana Registry Rules

Shiv Shankar
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Haryana Registry Rules: हरियाणा सरकार ने जमीन रजिस्ट्री के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए इसे डिजिटलीकरण की दिशा में अग्रसर किया है। यह बदलाव न केवल लोगों को दफ्तरों के चक्कर से मुक्ति दिलाएंगे बल्कि समय और धन की भी बचत करेंगे।

डिजिटल रजिस्ट्रेशन की मुख्य विशेषताएं

सरकार ने चार प्रमुख परिवर्तन किए हैं, डिजिटल रजिस्ट्रेशन, आधार लिंकिंग, ऑनलाइन वेरिफिकेशन, और एकीकृत डेटाबेस। इससे जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी होगी।

डिजिटल रजिस्ट्रेशन के लाभ

  • समय की बचत: ऑनलाइन प्रक्रिया से जमीन रजिस्ट्री में लगने वाला समय कम होगा।
  • पारदर्शिता: डिजिटल प्रक्रिया से जुड़े होने के नाते, यह प्रणाली पूरी तरह पारदर्शी होगी।
  • भ्रष्टाचार में कमी: डिजिटल प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप कम होने के कारण, भ्रष्टाचार की संभावनाएं घटेंगी।
  • दस्तावेजों की सुरक्षा: डिजिटल फॉर्मेट में सभी दस्तावेज सुरक्षित रहेंगे, जिससे उनके खोने या खराब होने का खतरा नहीं रहेगा।

आधार लिंकिंग की प्रक्रिया और फायदे

आधार लिंकिंग के जरिए, हर जमीन के मालिक की पहचान उसकी प्रॉपर्टी के साथ जोड़ी जाएगी, जिससे प्रॉपर्टी की खरीद और बिक्री करना आसान हो जाएगा। इससे बेनामी संपत्तियों और फर्जी दस्तावेजों पर लगाम लगेगी।

ऑनलाइन वेरिफिकेशन के अनोखे लाभ

इस नई प्रणाली में, जमीन संबंधित सभी दस्तावेजों का सत्यापन ऑनलाइन होगा। यह न केवल प्रक्रिया को तेज करेगा बल्कि गलतियों की संभावना को भी कम करेगा।

संयुक्त डेटाबेस की स्थापना

सभी जमीनी रिकॉर्ड्स को एक केंद्रीय डेटाबेस में संग्रहित किया जाएगा, जिससे जमीन संबंधित जानकारी की प्राप्ति और आधुनिक आसानी होगी। इससे जमीन उपयोग की योजना और नीति निर्माण में मदद मिलेगी।

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