गुर्जर महापंचायत में डीजे बंद इन फैसलों पर बनी सहमति, ना मानने वालो का होगा सामाजिक बहिष्कार DJ BAN GURJAR MAHAPANCHAYAT

Shiv Shankar
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DJ BAN GURJAR MAHAPANCHAYAT : रेवाड़ी जिले के बखापुर गांव में देवनारायण मंदिर में आज गुर्जर समाज की महापंचायत आयोजित की गई। इस महापंचायत में समाज की बेहतरी और सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए। गुर्जर महापंचायत के अध्यक्ष थावर सिंह छाबड़ी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिले के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और बुजुर्ग शामिल हुए। समाज में लंबे समय से चली आ रही कुछ परंपराओं में बदलाव की जरूरत महसूस की जा रही थी, जिसे ध्यान में रखते हुए यह महापंचायत बुलाई गई।

महापंचायत में शादी-विवाह से जुड़े फैसले

महापंचायत में शादी से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिससे समाज में फिजूलखर्ची पर रोक लग सके और शादी समारोह अधिक सरल और सादगीपूर्ण तरीके से हो। फैसलों के अनुसार-

  • शादी में भात न्यौता कार्यक्रम में 11 से अधिक महिलाएं शामिल नहीं होंगी और बर्तन बांटने की परंपरा खत्म कर दी जाएगी।
  • शादी-विवाह के दौरान डीजे बजाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
  • शराब के बार पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे विवाह समारोह में होने वाली अनावश्यक झगड़ों और विवादों को रोका जा सके।
  • छुछक लेने-देने की परंपरा को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, ताकि दहेज जैसी कुप्रथाओं को बढ़ावा न मिले।
  • संतान होने पर छठी की रात बर्तन बांटने की परंपरा भी अब बंद रहेगी।

रोका और मांडा झांकने की रस्म में बदलाव

गुर्जर महापंचायत ने शादी से जुड़ी रस्मों में सादगी लाने के लिए ‘रोका’ और ‘मांडा झांकने’ की प्रक्रिया को सीमित करने का फैसला लिया है। अब इन दोनों रस्मों में केवल 5-5 आदमी ही शामिल हो सकेंगे। इसके अलावा, माला की रकम अधिकतम 5100 रुपये तय की गई है, ताकि शादी समारोहों में अधिक पैसों का अनावश्यक खर्च न किया जाए।

गांव की सीमा में शराब के ठेके नहीं खुलने दिए जाएंगे

महापंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि गांव की सीमा में शराब का ठेका नहीं खोला जाएगा। समाज के लोगों ने इसे लेकर एकमत होकर सहमति जताई और सरकार से भी इस फैसले को लागू करने की मांग की गई। महापंचायत ने युवाओं को शराब से दूर रखने और समाज में नशामुक्ति को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है।

फैसले न मानने वालों का होगा सामाजिक बहिष्कार

गुर्जर महापंचायत के अध्यक्ष थावर सिंह छाबड़ी ने स्पष्ट किया कि अगर समाज का कोई भी परिवार इन फैसलों को नहीं मानता है, तो उसे समाज से अलग कर दिया जाएगा। ऐसे परिवारों का सुख-दुख में कोई साथ नहीं देगा, और उन्हें सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं किया जाएगा।

युवाओं को कुरीतियों से बचाने के लिए उठाया गया कदम

महापंचायत में कहा गया कि आधुनिक युग में समाज को कुरीतियों से दूर रखना बहुत जरूरी है। महंगी शादियों, शराब सेवन और अन्य फिजूलखर्ची के कारण कई परिवार कर्ज में डूब जाते हैं, जिससे उनका जीवन प्रभावित होता है। महापंचायत ने समाज के लोगों से इन कुरीतियों से बचने और एक आदर्श समाज बनाने की अपील की है।

शादी में फिजूलखर्ची रोकने पर जोर

महापंचायत में यह भी बताया गया कि शादी में ज्यादा खर्च करने से गरीब परिवारों पर दबाव बढ़ता है। इसलिए शादी को सादगी के साथ करने और अनावश्यक खर्चों से बचने की सलाह दी गई। गांव के बुजुर्गों ने इस फैसले का समर्थन किया और समाज के युवाओं से इसे अपनाने की अपील की।

समाज में एकता और अनुशासन लाने का प्रयास

महापंचायत में यह भी कहा गया कि अगर समाज एकजुट होकर इन फैसलों को लागू करता है, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका लाभ मिलेगा। इससे समाज में अनुशासन बना रहेगा और लोगों के बीच सहयोग की भावना बढ़ेगी।

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