AC Eletric Bill: मार्च का महीना जब आता है तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है और लोगों का रुझान अपने घरों और दफ्तरों में एयर कंडीशनर की ओर बढ़ जाता है. एसी न केवल ठंडक प्रदान करता है बल्कि इससे बिजली की खपत भी काफी बढ़ जाती है. इसलिए जब भी नया AC खरीदने की बात आती है या पहले से इस्तेमाल हो रहे AC की बात होती है, तो यह जानना बहुत जरूरी होता है कि AC कितनी बिजली खपत करता है और बिजली के खर्च को कैसे कम किया जा सकता है.
एयर कंडीशनर की बिजली खपत की जानकारी
AC की पावर खपत मुख्यतः उसकी क्षमता (टन) और उसकी एनर्जी एफिशिएंसी (स्टार रेटिंग) पर निर्भर करती है. उदाहरण के तौर पर, 1 टन का AC लगभग 1.5 kWh बिजली प्रति घंटे खपत करता है और 1.5 टन का AC लगभग 2 kWh प्रति घंटे बिजली खपत करता है. अगर AC की स्टार रेटिंग अधिक है, तो बिजली की खपत कम होती है और कम स्टार रेटिंग वाले AC अधिक बिजली खपत करते हैं.
रोजाना और मासिक बिजली खपत
यदि कोई व्यक्ति रोजाना 8 घंटे 1.5 टन का AC चलाता है, तो उसकी दैनिक बिजली की खपत 16 यूनिट होती है, जो कि महीने में 480 यूनिट बनती है. इसी तरह, 1 टन का AC अगर रोजाना 10 घंटे चलता है तो वह प्रतिदिन 15 यूनिट खपत करेगा और महीने में 450 यूनिट. यदि बिजली की दर ₹8 प्रति यूनिट है, तो 1.5 टन का AC चलाने का महीने का खर्च ₹3,840 होता है और 1 टन का AC चलाने का महीने का खर्च ₹3,600 होता है.
इन्वर्टर AC की बिजली बचत क्षमता
इन्वर्टर AC पारंपरिक AC की तुलना में अधिक ऊर्जा कुशल होते हैं क्योंकि ये कमरे के तापमान के अनुसार अपनी कंप्रेसर स्पीड को एडजस्ट करते हैं, जिससे बिजली की खपत कम होती है. इन्वर्टर AC का उपयोग करने से बिजली की खपत में 30-40% की बचत हो सकती है, और इससे बिजली का बिल भी कम आता है.
AC चलाते समय बिजली बचत के आसान उपाय
बिजली का बिल कम करने के लिए कई आसान उपाय हैं जैसे कि 5-स्टार रेटिंग वाला AC खरीदना, कमरे को अच्छी तरह से सील करना, AC का तापमान 24-26°C पर सेट करना, सीलिंग फैन के साथ AC का उपयोग करना, AC के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करना, ECON या पावर सेविंग मोड का उपयोग करना, और जरूरत न होने पर AC को बंद कर देना. इन उपायों को अपनाकर आप बिजली की खपत को कम कर सकते हैं और अपने बिजली के बिल में भी बचत कर सकते हैं.