ट्रैक्टर ट्रॉली का अब मनमाने तरीके से नहीं होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए तय Tractor Registration

Shivam Sharma
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Tractor Registration: उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्रैक्टर और ट्रॉली के रजिस्ट्रेशन में मनमानी और मानकों के उल्लंघन पर सख्ती बरतते हुए नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लागू की है. अब केवल उन्हीं ट्रॉली का रजिस्ट्रेशन होगा जो सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों पर खरी उतरेंगी. यह कदम सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.

सबसे ज्यादा अनियमितताएं ट्रॉली रजिस्ट्रेशन में

ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग उत्तर प्रदेश में कृषि और अन्य कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर होता है. लेकिन इसके रजिस्ट्रेशन में मानकों का पालन नहीं होने के कारण दुर्घटनाओं और सड़क पर अव्यवस्था की समस्या बढ़ रही थी.

  • मनमानी पर रोक: नई एसओपी के तहत बिना मानकों के रजिस्ट्रेशन अब संभव नहीं होगा.
  • सुरक्षा प्राथमिकता: ट्रॉली के निर्माण के समय ही निर्माता कंपनियों को निर्धारित मानकों का पालन करना होगा.

नई एसओपी में तय किए गए मानक

प्रमुख सचिव परिवहन एल. वेकंटेश्वर लूट द्वारा तैयार की गई एसओपी में ट्रॉली निर्माण और रजिस्ट्रेशन से जुड़े कई नए नियम शामिल किए गए हैं.

  • बैक लाइट की व्यवस्था: ट्रैक्टर से जुड़ी बैक लाइट फिटिंग और कनेक्शन की व्यवस्था अनिवार्य होगी.
  • सुरक्षा उपकरण: रियर और साइड अंडर प्रोटेक्शन डिवाइस का होना जरूरी है.
  • कोड आवंटन: निर्माता कंपनी को एक कोड दिया जाएगा. जिससे उसके शहर, चेसिस और निर्माण वर्ष की जानकारी मिलेगी.
  • एग्रीकल्चर उपयोग: ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग केवल कृषि कार्यों के लिए होगा. व्यवसायिक उपयोग पर रोक लगाई गई है.

चार मॉडलों की हुई पहचान

एसओपी में एआईएस 112 के तहत ट्रेलर के चार मॉडल (R1, R2, R3, और R4) की पहचान की गई है.

  • R2, R3 और R4: इन मॉडलों का उपयोग कृषि ट्रेलर के रूप में किया जाएगा.
  • R2 मॉडल: इस मॉडल में एक एक्सल का प्रावधान किया गया है, लेकिन निर्माण के समय दो एक्सल लगाना अनिवार्य होगा.
  • एक्सल नियम: किसी भी अन्य मॉडल में एक एक्सल वाली ट्रॉली का निर्माण नहीं किया जाएगा.

व्यवसायिक उपयोग पर रोक

नई एसओपी के तहत ट्रॉली का व्यवसायिक उपयोग प्रतिबंधित किया गया है.

  • केवल कृषि कार्य: ट्रॉली का उपयोग कृषि और उससे जुड़े कार्यों के लिए ही किया जाएगा.
  • अवैध उपयोग पर कार्रवाई: व्यवसायिक उपयोग की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

सुरक्षा और गुणवत्ता पर खास ध्यान

सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई एसओपी में सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता दी गई है.

  • सुरक्षा उपकरणों की अनिवार्यता: रियर और साइड अंडर प्रोटेक्शन डिवाइस दुर्घटनाओं को कम करने में मदद करेंगे.
  • बैक लाइट कनेक्शन: रात के समय दुर्घटनाओं से बचने के लिए बैक लाइट फिटिंग को अनिवार्य किया गया है.
  • निर्माण की निगरानी: निर्माण के समय मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए निर्माता कंपनियों को निगरानी में रखा जाएगा.

परिवहन विभाग की कड़ी निगरानी

प्रमुख सचिव द्वारा जारी आदेश में परिवहन विभाग को एसओपी के कड़े पालन का निर्देश दिया गया है.

  • रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया: सभी मानकों की जांच के बाद ही रजिस्ट्रेशन किया जाएगा.
  • निर्माता कंपनियों पर नजर: निर्माण में मानकों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.

किसानों और सड़कों के लिए लाभकारी कदम

नई एसओपी लागू होने से ट्रैक्टर-ट्रॉली के उपयोग में सुधार होगा, जो किसानों और सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए लाभकारी होगा.

  • किसानों के लिए राहत: कृषि कार्यों के लिए बेहतर और सुरक्षित ट्रॉली उपलब्ध होंगी.
  • सड़क सुरक्षा में सुधार: दुर्घटनाओं और अनियमितताओं में कमी आएगी.

चुनौतियां और समाधान

हालांकि नई एसओपी किसानों और ट्रॉली निर्माताओं के लिए कुछ शुरुआती कठिनाइयां पैदा कर सकती है. लेकिन लंबे समय में यह फायदेमंद साबित होगी.

  • कृषि कार्य में बाधा: कुछ किसानों को नई नियमावली के कारण दिक्कत हो सकती है.
  • निर्माताओं का समर्थन: निर्माता कंपनियों को नियमों का पालन करने के लिए उचित तकनीकी और प्रशासनिक मदद दी जाएगी.
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