ELECTRICITY SUPPLY: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोलर एनर्जी को रात में भी उपयोगी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. अब राज्य में सोलर पैनल संयंत्र से उत्पादित बिजली को रात के समय भी आपूर्ति करने की योजना बनाई गई है. यह योजना राज्य में बिजली की मांग को पूरा करने और गर्मियों में पीक आवर के दौरान होने वाली बिजली समस्याओं को हल करने के लिए है.
200 मेगावाट क्षमता का सोलर एनर्जी स्टोरेज सिस्टम होगा स्थापित
उत्तर प्रदेश में 200 मेगावाट क्षमता का सोलर एनर्जी बैटरी स्टोरेज सिस्टम स्थापित किया जाएगा. इस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य सोलर पैनल संयंत्र से दिन में उत्पादित बिजली को स्टोर करना और रात में बिजली की मांग अधिक होने पर इसे आपूर्ति करना है. यह कदम राज्य सरकार की सस्ती और निरंतर बिजली आपूर्ति के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा.
गर्मियों में बढ़ती बिजली की मांग को देखते हुए उठाया गया कदम
गर्मी के मौसम में बिजली की मांग में भारी इजाफा होता है. पिछली बार गर्मियों में राज्य में एक ही दिन में 29,000 मेगावाट तक की बिजली की मांग दर्ज की गई थी. पीक आवर में बिजली की खपत कई गुना बढ़ जाती है, जिससे बिजली संकट की स्थिति पैदा हो सकती है. इस स्थिति से निपटने के लिए सोलर स्टोरेज सिस्टम एक महत्वपूर्ण समाधान साबित होगा.
महंगी बिजली खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी
ऊर्जा विभाग ने बताया कि पीक आवर में बिजली की मांग पूरी करने के लिए अक्सर महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है. सोलर एनर्जी स्टोरेज सिस्टम स्थापित होने के बाद महंगी बिजली खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. सोलर संयंत्र से उत्पादित सस्ती बिजली को स्टोर करके आपूर्ति की जाएगी. जिससे राज्य को आर्थिक रूप से भी फायदा होगा.
सस्ती बिजली देने का लक्ष्य होगा पूरा
राज्य सरकार ने सस्ती बिजली प्रदान करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह कदम उठाया है. बैटरी स्टोरेज सिस्टम की मदद से सोलर संयंत्रों से उत्पादित बिजली को स्टोर किया जाएगा, जिससे राज्य में सस्ती बिजली का उत्पादन और आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी. यह कदम ऊर्जा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में है.
उत्तर प्रदेश में टेंडर प्रक्रिया शुरू
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बताया कि सोलर एनर्जी स्टोरेज सिस्टम स्थापित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अन्य राज्यों में यह प्रणाली पहले से लागू है और अब उत्तर प्रदेश भी इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है. यह सिस्टम स्थापित होने के बाद राज्य की बिजली आपूर्ति और बेहतर हो सकेगी.
सोलर एनर्जी स्टोरेज से कैसे होगा लाभ?
- रात में बिजली आपूर्ति: स्टोरेज सिस्टम की मदद से दिन में सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली को रात में उपयोग किया जा सकेगा.
- महंगी बिजली की बचत: पीक आवर में एक्सचेंज से महंगी बिजली खरीदने की आवश्यकता नहीं रहेगी.
- सतत और सस्ती बिजली: सोलर एनर्जी का अधिकतम उपयोग कर राज्य सरकार सस्ती बिजली प्रदान कर सकेगी.
- बिजली संकट का समाधान: गर्मियों में बढ़ती बिजली मांग के बावजूद आपूर्ति बाधित नहीं होगी.
ऊर्जा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की बड़ी उपलब्धि
यह पहल उत्तर प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में अन्य राज्यों के मुकाबले और अधिक मजबूत बनाएगी. सोलर एनर्जी स्टोरेज सिस्टम से राज्य को न केवल बिजली संकट से निपटने में मदद मिलेगी. बल्कि सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग कर पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा उत्पादन में भी योगदान होगा.
पावर कॉरपोरेशन की योजना से राज्य को होगा लाभ
पावर कॉरपोरेशन की यह योजना न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है. बल्कि यह उपभोक्ताओं को भी राहत देगी. बिजली आपूर्ति में सुधार और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने की इस योजना से आम लोगों को राहत मिलेगी.