Petrol Pump Identify: एक अप्रैल से दिल्ली में 10 और 15 साल पुराने वाहनों को डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति रोकने की तैयारी अंतिम चरणों में है. प्रदूषण को कम करने के इस अभिनव प्रयास के तहत, पेट्रोल पंपों पर हाईटेक उपकरण और एआई कैमरे लगाए किए जा रहे हैं जो वाहनों की साल की पहचान कर सकेंगे. पुराने वाहनों की पहचान होते ही, लाउडस्पीकर (loudspeaker system) के जरिए स्वचालित घोषणा की जाएगी और वाहन मालिकों को ईंधन नहीं दिया जाएगा.
पेट्रोल पंप मालिकों का सहयोग
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, निश्चल सिंघानिया ने बताया कि अधिकतर पेट्रोल पंप पर उपकरण स्थापित कर दिए गए हैं और शेष पंपों पर भी जल्द ही यह काम पूरा हो जाएगा. पहले की तरह, जहां वाहन की नंबर प्लेट के जरिए उसकी पहचान की जाती थी, वैसे ही पुराने वाहनों की पहचान की जाएगी. ये कैमरे वाहन पोर्टल (vehicle portal) से जुड़े होंगे और प्रदूषण प्रमाण पत्र, वाहन की उम्र, और बीमा के बारे में जानकारी देंगे.
आधुनिक तकनीकी से लैस पेट्रोल पंप
पुराने वाहनों के लिए घोषणा करने के लिए पेट्रोल पंपों पर विशेष स्पीकर भी लगाए गए हैं. ये स्पीकर स्वचालित रूप से चालू हो जाते हैं जैसे ही एआई कैमरों को वाहन के पुराना होने का संकेत मिलता है. दिल्ली के 400 पेट्रोल पंप पर यह व्यवस्था लागू की जा रही है, जिससे शहर की हवा को साफ रखने में मदद मिलेगी.
परिवहन विभाग के आंकड़े
वर्तमान में दिल्ली में 84 लाख से ज्यादा सक्रिय पंजीकृत वाहन हैं, जिसमें डीजल, पेट्रोल, सीएनजी, और हाइब्रिड वाहन शामिल हैं. परिवहन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में वाहनों की बढ़ती संख्या और प्रदूषण की समस्या दोनों ही गंभीर हैं, और इस पहल से उम्मीद है कि पुराने प्रदूषणकारी वाहनों की संख्या में कमी आएगी.