मंडियों में सरसों के भाव में आया तगड़ा उछाल, किसानों की हो गई मौज Sarso Mandi Bhav

Shiv Shankar
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Sarso Mandi Bhav: खेती के क्षेत्र में सरसों की फसल का महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन नई फसल के साथ नमी की समस्या ने किसानों और व्यापारियों के समक्ष एक बड़ी चुनौती पेश की है। नमी के कारण सरसों की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और इससे मंडी में उसकी कीमतों में अस्थिरता आ जाती है। मौसमी बदलावों के कारण नई सरसों में अधिक नमी होने से इसकी आवक और मांग पर भी असर पड़ा है।

मंडी में सरसों की आवक और मूल्य विश्लेषण

कृषि उपज मंडी में सरसों की आवक तेजी से बढ़ रही है, जिससे मंडी में सरसों के दामों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। नमी के कारण नई सरसों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं, और व्यापारी पुराने सरसों को वरीयता दे रहे हैं। इसके चलते नई सरसों की नीलामी में कठिनाइयाँ आ रही हैं, और व्यापारी इसे सूखाकर ही बेच पा रहे हैं।

व्यापारी और किसानों की चिंताएँ और समाधान के उपाय

व्यापारियों और किसानों की चिंता मुख्यतः नई सरसों में अधिक नमी की वजह से हो रही है। नमी की वजह से सरसों की नीलामी में समस्या आ रही है और सरसों के टिकाऊ भंडारण क्षमता पर भी असर पड़ रहा है। व्यापारियों ने बताया कि उन्हें नई सरसों को सूखाकर ही बाजार में लाना पड़ रहा है, जिससे उनके लागत में इजाफा हो रहा है और उत्पादन में गिरावट आ रही है।

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