Hill Station Prayagraj: प्रयागराज का नाम सुनते ही संगम स्नान और उसके धार्मिक महत्व की छवि मन में बन जाती है. इस समय प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की धूम मची हुई है. लाखों श्रद्धालु संगम पर स्नान करने और अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं. लेकिन महाकुंभ की यात्रा के दौरान, यदि आप संगम स्नान और धार्मिक स्थलों के साथ कुछ नया अनुभव करना चाहते हैं, तो प्रयागराज के पास मौजूद खूबसूरत हिल स्टेशनों की सैर भी कर सकते हैं. ये हिल स्टेशन न केवल आपकी यात्रा को खास बनाएंगे, बल्कि आपको मानसिक शांति और प्रकृति का अद्भुत अनुभव भी देंगे.
महाकुंभ 2025
महाकुंभ मेला प्रयागराज का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है. यह हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है और लाखों श्रद्धालु इसमें हिस्सा लेते हैं.
- संगम स्नान का महत्व:
संगम, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियां मिलती हैं, वहां स्नान करना पवित्र माना जाता है. - धार्मिक स्थलों की यात्रा:
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के अलावा अक्षयवट, हनुमान मंदिर और भारद्वाज आश्रम जैसे धार्मिक स्थल भी देखने लायक हैं.
महाकुंभ के बाद करें हिल स्टेशनों की सैर
अगर आप महाकुंभ के बाद प्रकृति के करीब समय बिताना चाहते हैं, तो प्रयागराज के आसपास मौजूद हिल स्टेशनों का रुख कर सकते हैं. ये स्थान आपकी यात्रा को और भी यादगार बनाएंगे.
मिर्जापुर (विंध्याचल क्षेत्र)
प्रयागराज से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मिर्जापुर, विंध्याचल क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध है.
- प्रमुख आकर्षण:
- विंध्यवासिनी देवी मंदिर.
- त्रिकूट पर्वत.
- कैसे पहुंचें:
प्रयागराज से टैक्सी, बस या ट्रेन के जरिए मिर्जापुर आसानी से पहुंचा जा सकता है. - विशेषता:
यह स्थान धार्मिक महत्व के साथ प्राकृतिक सौंदर्य से भी भरपूर है.
चित्रकूट
प्रयागराज से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित चित्रकूट का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है.
- प्रमुख आकर्षण:
- मंदाकिनी नदी का तट.
- घने जंगल और शांत पहाड़.
- गुफाएं और मंदिर.
- क्यों जाएं:
रामायण काल से जुड़े इस स्थान की पवित्रता और प्राकृतिक सुंदरता आपके मन को शांत कर देगी.
हजारीबाग
हजारीबाग, प्रयागराज से 390 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
- प्रमुख आकर्षण:
- सुंदर झीलें और घने जंगल.
- पहाड़ियों पर ट्रेकिंग का अनुभव.
- विशेषता:
नेचर लवर्स के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है.
रॉबर्ट्सगंज और सोनभद्र
प्रयागराज से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित रॉबर्ट्सगंज और सोनभद्र, दोनों ही अपने प्राकृतिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं.
- प्रमुख आकर्षण:
- झरने और जंगल.
- ऐतिहासिक स्थल.
- विशेषता:
यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांत माहौल हर किसी को आकर्षित करता है.
चंपावत
उत्तराखंड का चंपावत, प्रयागराज से लगभग 477 किलोमीटर दूर है.
- प्रमुख आकर्षण:
- बर्फ से ढके पहाड़.
- ब्रिटिश काल के चर्च.
- क्यों जाएं:
यदि आप बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह स्थान आपके लिए परफेक्ट है.
नेतरहाट
प्रयागराज से करीब 327 किलोमीटर दूर, नेतरहाट अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है.
- प्रमुख आकर्षण:
- मैग्नोलिया पॉइंट.
- अपर और लोअर घाघरी फॉल्स.
- पाइन फॉरेस्ट.
- विशेषता:
परिवार और दोस्तों के साथ यह जगह छुट्टियां बिताने के लिए एकदम सही है.
रामगढ़
उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित रामगढ़, प्रयागराज से 425 किलोमीटर की दूरी पर है.
- प्रमुख आकर्षण:
- सेब, आड़ू, नाशपाती और खुबानी के बागान.
- शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता.
- क्यों जाएं:
यह स्थान आपको प्रकृति के करीब ले जाएगा और शांति का अनुभव कराएगा.
महाकुंभ यात्रा को बनाएं यादगार
महाकुंभ में शामिल होना एक जीवन बदलने वाला अनुभव हो सकता है. लेकिन यदि आप संगम स्नान और धार्मिक स्थलों की यात्रा के बाद प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो प्रयागराज के आसपास के हिल स्टेशन आपकी यात्रा को और भी खास बना सकते हैं.