इस जिले स्कूलों की 5 फरवरी तक छुट्टी घोषित, ऑनलाइन होगी बच्चों की पढ़ाई School Holidays

Shivam Sharma
4 Min Read

School Holidays: प्रयागराज महाकुंभ में उमड़ रही भारी भीड़ और यातायात पर इसके प्रभाव को देखते हुए. जिले के सभी कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों की पढ़ाई 5 फरवरी तक ऑनलाइन करने का फैसला किया गया है. जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं. यह निर्णय जिलाधिकारी के आदेश के बाद लिया गया. ताकि शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रखा जा सके और छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाया जा सके.

स्कूल बंद, लेकिन पढ़ाई जारी

जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह के अनुसार 5 फरवरी तक सभी स्कूलों को बंद रखा जाएगा, लेकिन पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से जारी रहेगी. यह फैसला छात्रों के शैक्षिक नुकसान को कम करने के लिए किया गया है. हालांकि प्रयोगात्मक परीक्षाएं पहले की तरह ही स्कूलों में आयोजित की जाएंगी.

शिक्षकों और अधिकारियों को स्कूल जाने का आदेश

भले ही छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश दिए गए हों. लेकिन शिक्षकों और अन्य स्कूल कर्मचारियों को स्कूल जाने का आदेश दिया गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद पाठक ने यह आदेश जारी किया है. उनका कहना है कि प्रशासनिक कार्यों और प्रयोगात्मक परीक्षाओं के संचालन के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति आवश्यक है.

महाकुंभ के कारण यातायात पर असर

प्रयागराज महाकुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. इस भारी भीड़ के कारण शहर की यातायात व्यवस्था पर काफी दबाव है. जिलाधिकारी ने यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और भीड़ के प्रभाव को कम करने के लिए स्कूल बंद रखने का फैसला किया. यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि सड़कों पर अतिरिक्त वाहन न बढ़ें और यातायात सामान्य रहे.

ऑनलाइन पढ़ाई के फायदे और चुनौतियां

स्कूल बंद होने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई छात्रों के लिए एक बेहतर विकल्प है. इससे उनकी पढ़ाई बाधित नहीं होगी, और वे घर से ही सुरक्षित तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. हालांकि इस माध्यम से पढ़ाई के लिए इंटरनेट और डिवाइस की जरूरत होती है, जो कुछ छात्रों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इस समस्या से निपटने के लिए स्कूल और प्रशासन को मिलकर समाधान ढूंढना होगा.

प्रयोगात्मक परीक्षा पूर्व की तरह होगी आयोजित

स्कूलों में पढ़ाई भले ही ऑनलाइन हो, लेकिन प्रयोगात्मक परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्कूल परिसर में आयोजित की जाएंगी. जिला विद्यालय निरीक्षक ने यह स्पष्ट किया है कि सभी छात्रों को परीक्षा में उपस्थित होना आवश्यक है. स्कूल प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षा के दौरान सभी कोविड-19 नियमों और गाइडलाइनों का पालन किया जाए.

अभिभावकों की प्रतिक्रिया

अभिभावकों ने इस फैसले का स्वागत किया है. उनका कहना है कि छात्रों को महाकुंभ के कारण होने वाली भीड़भाड़ और यातायात से बचाने के लिए यह सही कदम है. हालांकि कुछ अभिभावकों ने ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान इंटरनेट और उपकरणों की कमी को लेकर चिंता भी जाहिर की है.

शिक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ी

ऑनलाइन पढ़ाई और स्कूलों में उपस्थिति की जिम्मेदारी के कारण शिक्षकों का कार्यभार बढ़ गया है. उन्हें न केवल ऑनलाइन कक्षाएं लेनी होंगी. बल्कि स्कूल में भी उपस्थित रहकर प्रशासनिक कार्यों का संचालन करना होगा. इसके बावजूद शिक्षकों ने इस फैसले का समर्थन किया है और इसे एक आवश्यक कदम बताया है.

प्रशासन की तैयारियां

महाकुंभ के दौरान यातायात और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. स्कूलों को बंद रखना इस योजना का एक हिस्सा है. ताकि यातायात को सामान्य बनाए रखा जा सके. प्रशासन ने इस दौरान सभी सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करने का वादा किया है.

Share This Article