Bank Loan Rules: वित्तीय दुनिया में सिबिल स्कोर की भूमिका बेहद अहम है। यह एक तीन अंकीय संख्या होती है जो आपके क्रेडिट इतिहास और लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाती है। बैंक और आर्थिक संस्थान इसी स्कोर को देखकर लोन देने का निर्णय लेते हैं। अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो लोन मिलने की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं।
सिबिल स्कोर पर प्रभाव डालने वाले कारक
सिबिल स्कोर कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे कि आपकी लोन और क्रेडिट कार्ड की भुगतान हिस्ट्री, क्रेडिट कार्ड की उपयोगिता, आपके खाते में लोन की मात्रा और कितनी बार आपने क्रेडिट लेने के लिए आवेदन किया है। यह सभी चीजें आपके स्कोर को प्रभावित करती हैं और यह तय करती हैं कि आपको भविष्य में लोन मिल पाएगा या नहीं।
क्रेडिट कार्ड का प्रयोग और इसके प्रभाव
क्रेडिट कार्ड का अधिक प्रयोग आपके सिबिल स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यदि आप अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपके स्कोर को कम कर सकता है। इसलिए, क्रेडिट कार्ड का सोच-समझकर और जरूरत के अनुसार ही प्रयोग करना चाहिए।
ईएमआई न चुकाने की स्थिति
यदि आप अपने लोन की ईएमआई समय पर नहीं चुकाते हैं, तो यह आपके सिबिल स्कोर को काफी हद तक प्रभावित करेगा। लगातार ईएमआई चूक आपके क्रेडिट स्कोर को गिरा सकती है, जिससे आगे चलकर आपको आर्थिक संस्थानों से लोन प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
बड़े लोन और उनके प्रभाव
बड़े लोन लेने से भी आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हो सकता है। यदि आपकी आय के मुकाबले आपने अधिक राशि का लोन ले लिया है, तो इससे बैंक आपको ऋण देने से हिचकिचा सकता है।
कई बैंकों से लोन आवेदन के प्रभाव
यदि आप एक साथ कई बैंकों में लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो हर एक आवेदन के साथ आपका सिबिल स्कोर चेक किया जाएगा। यह बार-बार की जाने वाली ‘हार्ड इन्क्वायरी’ आपके सिबिल स्कोर को कम कर सकती है।
क्रेडिट कार्ड और लोन आवेदन की सामान्य गलतियां
क्रेडिट कार्ड और लोन के लिए बार-बार आवेदन करना आपके सिबिल स्कोर पर भारी पड़ सकता है। इसे हार्ड इन्क्वायरी माना जाता है और यह आपके स्कोर को कम करता है। इसलिए, आवेदन करने से पहले सभी पहलुओं पर विचार कर लेना चाहिए और केवल जब आवश्यक हो, तब ही आवेदन करना चाहिए।