Rajasthan New Bypaas Road: राजस्थान के बालोतरा-जालोर-सांडेराव नेशनल हाईवे-325 पर जालोर नेशनल हाइवे बाइपास प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। 15 किमी लंबे इस प्रोजेक्ट का लगभग 75% काम पूरा हो चुका है और बाकी का काम भी तेजी से प्रगति पर है। मुख्य रूप से रेलवे ओवरब्रिज और जवाई नदी पुल के काम को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट मानसून से पहले पूरा कर लिया जाएगा, जिससे बारिश के मौसम में भी यातायात में कोई बाधा न आए।
मानसून के चुनौतियों का समाधान
मानसून सीजन में जवाई नदी में जल प्रवाह तेज होता है, जिससे पहले के पुल पर बाढ़ के पानी से अक्सर रास्ता बाधित हो जाता था। नए बाइपास में पुल की ऊंचाई बढ़ाकर इस समस्या का समाधान किया गया है। अब, भविष्य में भी यदि बारिश के दौरान जवाई नदी का प्रवाह तेज होता है, तब भी यह रास्ता यातायात के लिए खुला रहेगा।
पुरे हो चुके महत्वपूर्ण कार्य
इस 15 किमी लंबे बाइपास में से 13 किमी तक डामर सड़क बनाई जा चुकी है। बिशनगढ़ रोड पर ग्रेनाइट इकाई के पास एक किलोमीटर लंबे ओवरब्रिज का निर्माण भी पूरा हो चुका है। रतनपुरा रोड पर अंडरब्रिज और ओवरब्रिज का काम भी पूरा किया जा चुका है।
अभी बाकी हैं कुछ अहम कार्य
धरड़ापावटी रोड और सामतीपुरा रोड पर अंडरपास और ओवरब्रिज का काम चल रहा है। बाइपास के हिस्से में रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवरब्रिज बनना है, जहां पिलर तैयार हो चुके हैं और गार्डर लगाने का काम बाकी है। लेटा के पास जवाई नदी पर बने 256 मीटर मेजर ब्रिज पर गार्डर लगाए जा चुके हैं, और इस पुल के दोनों छोर को रोड से जोड़ने का काम बाकी है।
यात्रियों और ट्रांसपोर्टरों को मिलने वाली राहत
बाड़मेर-बालोतरा से आने वाले वाहनों के लिए यह बाइपास महत्वपूर्ण होगा, जो जोधपुर, पाली, जयपुर या भीनमाल, रानीवाड़ा, सांचौर की ओर जाना चाहते हैं। इसके अलावा, औद्योगिक क्षेत्र प्रथम चरण और द्वितीय चरण से तृतीय चरण की तरफ आवाजाही के लिए भी यह बाइपास महत्वपूर्ण साबित होगा, जिससे भारी वाहन आसानी से गुजर सकेंगे।