School Holiday: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में लगातार गिरते तापमान और बढ़ते कोहरे के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों को 25 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए हैं. यह फैसला शीतलहर और मौसम विभाग के जारी अलर्ट के मद्देनजर लिया गया है.
शीतलहर से स्कूल जाने में बच्चों को हो रही परेशानी
इस साल की ठंड ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. छोटे बच्चों को सुबह के समय स्कूल जाना मुश्किल हो रहा था. कोहरे की वजह से विजिबिलिटी शून्य हो जाने से सड़क पर वाहन भी धीमी गति से चल रहे हैं. जिससे बच्चों को स्कूल पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
डीएम के आदेश से बच्चों को राहत
अयोध्या जिले के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बढ़ती ठंड को देखते हुए यह फैसला लिया है. उनके आदेश के अनुसार, कक्षा 1 से 5 तक के सभी सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और अन्य बोर्ड के स्कूलों को 25 जनवरी तक बंद रखा जाएगा. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाने के बाद भी स्कूलों में छुट्टी जारी रहेगी.
मौसम विभाग ने जारी किया तूफानी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 22 और 23 जनवरी को तेज बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा, तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई गई है. रविवार को अयोध्या में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की आशंका है.
कोहरा और ठंड बना बच्चों के लिए चुनौती
कोहरा और ठंड छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं. खासतौर से जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उनके लिए इस मौसम में स्कूल जाना खतरे से खाली नहीं है. इस कारण प्रशासन का यह फैसला बच्चों और उनके माता-पिता के लिए राहतभरा है.
कक्षा 6 से 12 के लिए बदली गई टाइमिंग
कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल की टाइमिंग बदल दी गई है. अब यह स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुलेंगे. इससे पहले स्कूल का समय 9:30 से 3 बजे तक था. नए समय से बच्चों को सुबह की ठंड से बचने में मदद मिलेगी.
गणतंत्र दिवस के बाद भी जारी रह सकती है ठंड
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर स्कूलों में छुट्टी रहेगी. इसके बाद भी ठंड का असर जारी रहने की संभावना है. प्रशासन ने सभी स्कूल प्रबंधनों को सलाह दी है कि वे मौसम की स्थिति को देखते हुए छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं.
अभिभावकों और बच्चों ने फैसले का स्वागत किया
अभिभावकों और बच्चों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है. कई माता-पिता ने बताया कि ठंड और कोहरे में बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो रहा था. स्कूलों के बंद होने से बच्चों की सेहत पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम में बच्चों को अधिक गर्म कपड़े पहनाने चाहिए और उनकी इम्यूनिटी को मजबूत करने वाले आहार देना चाहिए. इस मौसम में सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा अधिक रहता है.
प्रशासन का सराहनीय कदम
बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने और समय बदलने का जो निर्णय लिया है, वह सराहनीय है. अन्य जिलों में भी इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित न हों.