NCR New City: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ी और महत्वपूर्ण शहरी विकास परियोजना की घोषणा की है, जिसके अंतर्गत नोएडा के नए सेक्टरों में और न्यू नोएडा में कुल 80 गांवों की जमीन पर एक नया शहर बसाया जाएगा। पहले चरण में, 15 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी, जिसमें किसानों की सहमति को प्राथमिकता दी जाएगी। इस पहल के माध्यम से राज्य सरकार न केवल शहरी विस्तार को बढ़ावा देना चाहती है, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी सुधार करना चाहती है।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया और किसानों से समझौता
विशेष रूप से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पास स्थित गांवों में, प्राधिकरण ने “टीला” नामक सलाहकार कंपनी को नियुक्त किया है जो किसानों की सहमति से जमीन अधिग्रहण करेगी। यह प्रक्रिया पारदर्शी और आपसी सहमति पर आधारित होगी, जिससे किसानों के हितों की रक्षा सुनिश्चित हो सके। अधिकारियों और किसानों के बीच बैठकें हो रही हैं और इसमें जमीन की कीमत और अन्य महत्वपूर्ण शर्तों पर चर्चा की जा रही है।
न्यू नोएडा एक आधुनिक शहर की रूपरेखा
न्यू नोएडा परियोजना का मुख्य उद्देश्य एक सम्पूर्ण और संतुलित विकास को बढ़ावा देना है। इस नए शहर में लगभग 209 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में आवासीय, औद्योगिक और मनोरंजन क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। इसमें 40% भूमि औद्योगिक विकास के लिए आरक्षित की गई है, जबकि 13% भूमि आवासीय और 18% मनोरंजन और हरित क्षेत्रों के लिए आरक्षित है। इस परियोजना के माध्यम से राज्य सरकार न केवल आर्थिक विकास को तेजी देना चाहती है, बल्कि स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार करना भी लक्ष्य है।
भविष्य के लिए योजना और संभावनाएं
न्यू नोएडा की योजना उत्तर प्रदेश के शहरी विस्तार की एक नई दिशा को दर्शाती है। इस परियोजना से न सिर्फ नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि यह क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस विकास कार्यक्रम से जुड़े हरेक पहलु का संजीदगी से निरीक्षण और मूल्यांकन किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि न्यू नोएडा न केवल एक सफल शहरी परियोजना बने, बल्कि एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल विकास भी साबित हो।