NCR Area: हरियाणा राज्य में 22 जिले हैं, जिनमें से 14 जिले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल हैं. इसका मतलब है कि हरियाणा का एक बड़ा हिस्सा उस क्षेत्र में आता है जो दिल्ली के आसपास विस्तृत है और इसमें महत्वपूर्ण विकास क्षमता है.
उत्तर प्रदेश के एनसीआर जिले
उत्तर प्रदेश के आठ जिले भी एनसीआर में शामिल हैं जिनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्दशहर, हापुड, बागपत, शामली, और मुजफ्फरनगर शामिल हैं. ये जिले एनसीआर में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं और यहाँ की आबादी और विकास पर गहरा असर डालते हैं.
राजस्थान के एनसीआर जिले
राजस्थान से अलवर और भरतपुर दो जिले एनसीआर में शामिल हैं. ये दोनों जिले राजस्थान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और एनसीआर के अंतर्गत आने से उनके विकास की गति में तेजी आई है.
एनसीआर का महत्व और इतिहास
एनसीआर का विकास दिल्ली में जनसंख्या और रोजगार की मांग के कारण शुरू हुआ. 1951 से दिल्ली की जनसंख्या में वृद्धि ने नई चुनौतियों को जन्म दिया, जिसे देखते हुए एनसीआर का विचार सामने आया .
एनसीआर योजना बोर्ड की स्थापना
1956 में बाहरी क्षेत्रों और दिल्ली के बाहरी इलाकों को शामिल करते हुए एनसीआर योजना बोर्ड की स्थापना की गई थी. यह बोर्ड दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के समन्वित विकास के लिए जिम्मेदार है और इसका मुख्य उद्देश्य भीड़-भाड़ और बुनियादी सुविधाओं की कमी को कम करना है
एनसीआर में शामिल राज्य
एनसीआर का कुल क्षेत्रफल और विस्तार हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और राजस्थान के जिलों को मिलाकर काफी बड़ा है. इस क्षेत्रीय विस्तार का मुख्य उद्देश्य दिल्ली की बढ़ती जनसंख्या और विकास की दर को संभालना है